*एक टेढ़ी खीर है (हिंदी गजल/गीतिका)*
एक टेढ़ी खीर है (हिंदी गजल/गीतिका)
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(1)
सौ साल दुनिया में बिताना एक टेढ़ी खीर है
दुनियादारी को निभाना एक टेढ़ी खीर है
(2)
जिंदगी को बेईमानी से चलाना है सरल
ईमानदारी से कमाना एक टेढ़ी खीर है
(3)
जब खुल गए शो-रूम भारी हर तरफ बाजार में
छोटी दुकानों को चलाना एक टेढ़ी खीर है
(4)
भाग्य से पुरखों का हमको घर विरासत में मिला
वरना अपना घर बनाना एक टेढ़ी खीर है
(5)
शादियों के हमने उत्सव किस वजह से कम किए
रिश्तेदारों को बताना एक टेढ़ी खीर है
(6)
होटलों में दाम ज्यादा इतने हैं “पर-प्लेट” के
सबको दावत में बुलाना एक टेढ़ी खीर है
(7)
ध्यान की दौलत हमें दे दी गुरु महाराज ने
वरना खुद से इसको पाना एक टेढ़ी खीर है
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रचयिता: रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा
रामपुर (उ.प्र . ) मो.9997615451