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21 Aug 2017 · 1 min read

एक कुर्सी

घर में परा है एक कुर्सी,
टाँग टूट चुकी है जिसकी;
बैठ नहीं सकता है वह,
किसीको बिठा भी नहीं पाता वह;
उसकी मरम्मत हो नहीं सकती,
उम्र ढल चुकी है उसकी;
सहारा कोई नहीं देता उसको,
शायद उसकी जरूरत नहीं किसीको ।

Language: Hindi
1 Like · 270 Views
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