* एक कटोरी में पानी ले ,चिड़ियों को पिलवाओ जी【हिंदी गजल/गीतिक
* एक कटोरी में पानी ले ,चिड़ियों को पिलवाओ जी【हिंदी गजल/गीतिका】*
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(1)
एक कटोरी में पानी ले ,चिड़ियों को पिलवाओ जी
पानी जी-पानी जी कहकर ,चिड़ियों को बुलवाओ जी
(2)
आसमान में उड़ती चिड़ियाँ ,शायद नीचे आ जाएँ
प्यार भरो पानी में थोड़ा, अमृत कुछ घुलवाओ जी
(3)
जहाँ चहकती रहतीं चिड़ियाँ ,पानी पीने आती हैं
उनके घर को देवलोक से, भी बढ़कर बतलाओ जी
(4)
पानी यदि दोगे तिरस्कार से, हर्गिज नहीं पिएँगी
मीठी बोली इनसे बोलो, पानी इन्हें पिलाओ जी
(5)
चिड़िया बोली कौवा भइया, भी आना चाहते हैं
हमने कहा संग में इनको, बड़े शौक से लाओ जी
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश )
मोबाइल 99976 15451