Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2024 · 1 min read

सफ़र

ज़िंदगी की बिसात में मात खाए,
हमें एक सफ़ेद व लाल हक़िम के सताए l
दिखा के अर्श का ख़्वाब,
फर्श पे पटक दिए
हम है अपने हाथों में छेद छुपाए।
एक निज़ाम जो यहां बसता है,
वो कभी कभी हमपे बरसता है,
पर ज़िंदगी की लहरों में हाथ घुमाए।
हम भी किसी राह की तलाश में यारों,
मंज़िल सबकी तय है
पर किसी की राह में कांटे,
तो कहीं गुलाब है यारों
ख़्वाब की ज्योति को थाम कर
एक समुद्र को पार कर दो यारों l
कुश

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 33 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जिंदगी को खुद से जियों,
जिंदगी को खुद से जियों,
जय लगन कुमार हैप्पी
आँख मिचौली जिंदगी,
आँख मिचौली जिंदगी,
sushil sarna
अब भी कहता हूँ
अब भी कहता हूँ
Dr. Kishan tandon kranti
అదే శ్రీ రామ ధ్యానము...
అదే శ్రీ రామ ధ్యానము...
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
कान खोलकर सुन लो
कान खोलकर सुन लो
Shekhar Chandra Mitra
-- अंतिम यात्रा --
-- अंतिम यात्रा --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
ज़माने की नजर से।
ज़माने की नजर से।
Taj Mohammad
यदि  हम विवेक , धैर्य और साहस का साथ न छोडे़ं तो किसी भी विप
यदि हम विवेक , धैर्य और साहस का साथ न छोडे़ं तो किसी भी विप
Raju Gajbhiye
2907.*पूर्णिका*
2907.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कावड़ियों की धूम है,
कावड़ियों की धूम है,
manjula chauhan
।। आशा और आकांक्षा ।।
।। आशा और आकांक्षा ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
!! शिव-शक्ति !!
!! शिव-शक्ति !!
Chunnu Lal Gupta
"मनुज बलि नहीं होत है - होत समय बलवान ! भिल्लन लूटी गोपिका - वही अर्जुन वही बाण ! "
Atul "Krishn"
देर हो जाती है अकसर
देर हो जाती है अकसर
Surinder blackpen
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गायें
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गायें
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जिंदगी का सवाल आया है।
जिंदगी का सवाल आया है।
Dr fauzia Naseem shad
समय के झूले पर
समय के झूले पर
पूर्वार्थ
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
"" *आओ गीता पढ़ें* ""
सुनीलानंद महंत
***दिल बहलाने  लाया हूँ***
***दिल बहलाने लाया हूँ***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
माँ का महत्व
माँ का महत्व
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आमदनी ₹27 और खर्चा ₹ 29
आमदनी ₹27 और खर्चा ₹ 29
कार्तिक नितिन शर्मा
इंद्रधनुष
इंद्रधनुष
Dr Parveen Thakur
थोथा चना
थोथा चना
Dr MusafiR BaithA
*सदियों बाद पधारे हैं प्रभु, जन्मभूमि हर्षाई है (हिंदी गजल)*
*सदियों बाद पधारे हैं प्रभु, जन्मभूमि हर्षाई है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
धैर्य धरोगे मित्र यदि, सब कुछ होता जाय
धैर्य धरोगे मित्र यदि, सब कुछ होता जाय
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
नव वर्ष
नव वर्ष
RAKESH RAKESH
मृतशेष
मृतशेष
AJAY AMITABH SUMAN
सोया भाग्य जगाएं
सोया भाग्य जगाएं
महेश चन्द्र त्रिपाठी
चिड़िया रानी
चिड़िया रानी
नन्दलाल सुथार "राही"
Loading...