Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Oct 2022 · 2 min read

ऊपरी इनकम पर आनलाईन के दुष्प्रभाव(व्यंग )

देश के केन्द्रीय, सभी राज्य सरकारों के शासकीय अर्धशासकीय, स्थानीय निकायों, पुलिस के अधिकारी कर्मचारियों का राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया।
सम्मेलन का मुख्य विषय था “ऊपरी इनकम पर आनलाईन के दुष्प्रभाव”
सम्मेलन में ऊपरी इनकम के प्रसिद्ध जाने माने महान दूर दृष्टाओं के प्रतिनिधि मौजूद थे।गिद्धराज जी ने पारंपरिक खादी धारण की हुई थी,कागराज जी भी सफेद कुर्ता में जम रहे थे, भेड़िये और कुत्तों के प्रतिनिधि भी अपनी घ़ाण शक्ति एवं चालाक चौकन्नी नजरें गड़ाए कान खड़े और पूंछ दबाए इधर उधर दौड़ रहे थे।उल्लू जी और लौमडी अपनी बात रखने का इंतजार कर रहे थे। सभी ने एक स्वर में आनलाइन सुविधा के कारण घटती हुई आय पर गंभीर चिंता जताई।
कई प्रतिनिधियों ने एक स्वर में कहा, एक एक कर ऐसे हमारी कमाई घटती गई तो हमारा अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। हमारा जीवन धरती पर समाप्त हो जाएगा,लोग हमें डायनासोर की तरह किताब में पढ़ेंगे।
अतिरिक्त आय के ख्यातनाम अंतरराष्ट्रीय संत श्री श्री बगुला जी महाराज जिनके अचूक बार और नज़रों से आम मछली का बचना मुश्किल है एवं श्री बाज जी जिनके सटीक प्रहार से आम चिड़ियों का उड़ना कठिन है ने ,सभी को ध्यान से सुन कर अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा कि, चिंता जैसी कोई बात नहीं है, हमारी जाति का युगों से अस्तित्व है, हमें कोई समाप्त नहीं कर सकता, हां हमने नए नए तरीके इजाद करने विशेषज्ञ टीम बना दी है जो अति शीघ्र अपनी रिपोर्ट सौंप देगी, एक टीप सतत शोध कार्य में लगी रहेगी जो नवाचार को बढ़ावा देगी आपदा में अवसर तलाश करेगी, फाइव जी के जरिए आपको सतत सूचना मिलती रहेगी ।
नियम कानून कायदों के हर छेद में कौए और भेड़ियों को तैनात कर दिया गया है, कुत्ते सूंघ कर सारी जानकारी जुटाते रहेंगे।
अतिशीघ्र आपकी आय फिर बढ़ेगी, सहस्र फणी टोपी बदलने बाले नागराज जी कई दिनों से भूखे हैं,सब एकजुट हो रहे हैं और उनका आना निश्चित है।
हम सबको उनके साथ आसानी हो जायेगी।
हां और अंतिम बात आपसे यही कहना है कि धरती से हमारा अस्तित्व समाप्त कभी नहीं नहीं हो सकता, सरकार की जिम्मेदारी है जैवविविधता बचाए रखना है।हाल ही में जैंसा कि आप सभी को विदित ही है कि चीतों को बचाये रखने के लिए भारी भरकम राशि खर्च कर विदेश से लाया गया है, फिर हम तो इंसान की विशेष कैटीगिरी में आते हैं और खास बात ये है हम लोगों में जाति पाति धर्म संप्रदाय भाषा क्षेत्र का कोई विवाद नहीं है, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हम मिशाल हैं। जन प्रतिनिधियों को सबसे अधिक हमारी आवश्यकता है, हमारे विना उनकी कमाई भी शून्य हो जाएगी, इसलिए सभी वेफिकर हो अपने अपने काम में मुस्तैद रहो।
सारा सम्मेलन स्थल तालियों से गूंज उठा,जिसकी सारी दुनिया में भूरि भूरि प्रशंसा हुई,देश एवं विदेश से बधाई शुभकामनाएं का तांता लगा रहा।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी

3 Likes · 287 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
शुभ दीपावली
शुभ दीपावली
Dr Archana Gupta
बेनाम रिश्ते .....
बेनाम रिश्ते .....
sushil sarna
कोई बात नहीं, कोई शिकवा नहीं
कोई बात नहीं, कोई शिकवा नहीं
gurudeenverma198
एक वक्त था जब ज़माना अपना था और तुम अजनबी से, अब देखो ज़माना
एक वक्त था जब ज़माना अपना था और तुम अजनबी से, अब देखो ज़माना
कविता झा ‘गीत’
बड़े-बड़े शहरों के
बड़े-बड़े शहरों के
Chitra Bisht
कई युगों के बाद - दीपक नीलपदम्
कई युगों के बाद - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
मैं बिल्कुल आम-सा बंदा हूँ...!!
मैं बिल्कुल आम-सा बंदा हूँ...!!
Ravi Betulwala
केशव
केशव
Dinesh Kumar Gangwar
#सामयिक_व्यंग्य...
#सामयिक_व्यंग्य...
*प्रणय*
दोहे
दोहे
Suryakant Dwivedi
हकीकत
हकीकत
अखिलेश 'अखिल'
*नंगा चालीसा* #रमेशराज
*नंगा चालीसा* #रमेशराज
कवि रमेशराज
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
रिश्ता ख़ामोशियों का
रिश्ता ख़ामोशियों का
Dr fauzia Naseem shad
जो तुम्हारी ख़ामोशी से तुम्हारी तकलीफ का अंदाजा न कर सके उसक
जो तुम्हारी ख़ामोशी से तुम्हारी तकलीफ का अंदाजा न कर सके उसक
इशरत हिदायत ख़ान
*बदकिस्मत थे, जेल हो गई 【हिंदी गजल/गीतिका】*
*बदकिस्मत थे, जेल हो गई 【हिंदी गजल/गीतिका】*
Ravi Prakash
तमाम बातें मेरी जो सुन के अगर ज़ियादा तू चुप रहेगा
तमाम बातें मेरी जो सुन के अगर ज़ियादा तू चुप रहेगा
Meenakshi Masoom
जुदाई - चंद अशआर
जुदाई - चंद अशआर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
There will be moments in your life when people will ask you,
There will be moments in your life when people will ask you,
पूर्वार्थ
"हाथों की लकीरें"
Dr. Kishan tandon kranti
सत्य की खोज
सत्य की खोज
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ज़िन्दगी सोच सोच कर केवल इंतजार में बिता देने का नाम नहीं है
ज़िन्दगी सोच सोच कर केवल इंतजार में बिता देने का नाम नहीं है
Paras Nath Jha
एक अलग ही खुशी थी
एक अलग ही खुशी थी
Ankita Patel
नज़्म _ तन्हा कश्ती , तन्हा ये समन्दर है ,
नज़्म _ तन्हा कश्ती , तन्हा ये समन्दर है ,
Neelofar Khan
यूँ अदावतों का सफ़र तय कर रहे हो,
यूँ अदावतों का सफ़र तय कर रहे हो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
4635.*पूर्णिका*
4635.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
Rashmi Sanjay
"आओ हम सब मिल कर गाएँ भारत माँ के गान"
Lohit Tamta
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
यही है हमारा प्यारा राजनांदगांव...
यही है हमारा प्यारा राजनांदगांव...
TAMANNA BILASPURI
Loading...