ऊँचे जिनके कर्म हैं, ऊँची जिनकी साख। ऊँचे जिनके कर्म हैं, ऊँची जिनकी साख। अमा-तमस को चीरकर, लाते उजला पाख।। © सीमा अग्रवाल