Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Apr 2024 · 1 min read

संवेदना

भले हीं
कितनी भी लाशें
बिछा दें हम
संवेदना शून्य होकर
नहीं जीती जा सकती
कोई भी जंग!!

2 Likes · 22 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shweta Soni
View all
You may also like:
साज सजाए बैठा जग के, सच से हो अंजान।
साज सजाए बैठा जग के, सच से हो अंजान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
" तेरा एहसान "
Dr Meenu Poonia
तुम्हें भूल नहीं सकता कभी
तुम्हें भूल नहीं सकता कभी
gurudeenverma198
चलो सत्य की राह में,
चलो सत्य की राह में,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Bhagwan sabki sunte hai...
Bhagwan sabki sunte hai...
Vandana maurya
"जख्म"
Dr. Kishan tandon kranti
"अपने ही इस देश में,
*Author प्रणय प्रभात*
।2508.पूर्णिका
।2508.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
To improve your mood, exercise
To improve your mood, exercise
पूर्वार्थ
ਦਿਲ  ਦੇ ਦਰਵਾਜੇ ਤੇ ਫਿਰ  ਦੇ ਰਿਹਾ ਦਸਤਕ ਕੋਈ ।
ਦਿਲ ਦੇ ਦਰਵਾਜੇ ਤੇ ਫਿਰ ਦੇ ਰਿਹਾ ਦਸਤਕ ਕੋਈ ।
Surinder blackpen
" अकेलापन की तड़प"
Pushpraj Anant
प्यार तो हम में और हमारे चारों ओर होना चाहिए।।
प्यार तो हम में और हमारे चारों ओर होना चाहिए।।
शेखर सिंह
धनतेरस
धनतेरस
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
बिषय सदाचार
बिषय सदाचार
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
चल विजय पथ
चल विजय पथ
Satish Srijan
"मुश्किल वक़्त और दोस्त"
Lohit Tamta
*श्री हनुमंत चरित्र (कुंडलिया)*
*श्री हनुमंत चरित्र (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Bikhari yado ke panno ki
Bikhari yado ke panno ki
Sakshi Tripathi
Today's Thought
Today's Thought
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सत्य क्या है?
सत्य क्या है?
Vandna thakur
सब कुछ हमारा हमी को पता है
सब कुछ हमारा हमी को पता है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
🪷पुष्प🪷
🪷पुष्प🪷
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
तेरे दुःख की गहराई,
तेरे दुःख की गहराई,
Buddha Prakash
तेरे संग बिताया हर मौसम याद है मुझे
तेरे संग बिताया हर मौसम याद है मुझे
Amulyaa Ratan
जीवन को जीतती हैं
जीवन को जीतती हैं
Dr fauzia Naseem shad
बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में
बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
तेरी चाहत हमारी फितरत
तेरी चाहत हमारी फितरत
Dr. Man Mohan Krishna
हुई बात तो बात से,
हुई बात तो बात से,
sushil sarna
मेरी माँ......
मेरी माँ......
Awadhesh Kumar Singh
शब्द से शब्द टकराए तो बन जाए कोई बात ,
शब्द से शब्द टकराए तो बन जाए कोई बात ,
ज्योति
Loading...