Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Apr 2017 · 1 min read

मनुज विश्व-मल ढो रहा, बनकर जगत्-कहार /गाँव सुविकसित तभी जब क्षरे हृदय-मल-चूल

बेशर्मी की नाक बन ,फैला भ्रष्टाचार|
मनुज विश्व -मल ढो रहा, बनकर जगत् -कहार|

कैसे राष्ट्र-प्रसन्नता, का फूलेगा फूल ?
गाँव सुविकसित तभी जब,क्षरे हृदय-मल-चूल|

बृजेश कुमार नायक
जागा हिंदुस्तान चाहिए एवं क्रौंच सुऋषि आलोक कृतियों के प्रणेता
08-04-2017

Language: Hindi
1 Like · 422 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Pt. Brajesh Kumar Nayak
View all
You may also like:
मैं तुझसे बेज़ार बहुत
मैं तुझसे बेज़ार बहुत
Shweta Soni
किरायेदार
किरायेदार
Keshi Gupta
वापस लौट आते हैं मेरे कदम
वापस लौट आते हैं मेरे कदम
gurudeenverma198
*यौगिक क्रिया सा ये कवि दल*
*यौगिक क्रिया सा ये कवि दल*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
शून्य से अनन्त
शून्य से अनन्त
The_dk_poetry
*
*"माँ वसुंधरा"*
Shashi kala vyas
■ एक शेर में जीवन दर्शन।
■ एक शेर में जीवन दर्शन।
*Author प्रणय प्रभात*
17. बेखबर
17. बेखबर
Rajeev Dutta
सत्याग्रह और उग्रता
सत्याग्रह और उग्रता
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
* बताएं किस तरह तुमको *
* बताएं किस तरह तुमको *
surenderpal vaidya
*पिचकारी लेने गया, जंगल में जब शेर (कुंडलिया)*
*पिचकारी लेने गया, जंगल में जब शेर (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मौन आँखें रहीं, कष्ट कितने सहे,
मौन आँखें रहीं, कष्ट कितने सहे,
Arvind trivedi
जिंदगी का मुसाफ़िर
जिंदगी का मुसाफ़िर
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
बैठ अटारी ताकता, दूरी नभ की फाँद।
बैठ अटारी ताकता, दूरी नभ की फाँद।
डॉ.सीमा अग्रवाल
इम्तिहान
इम्तिहान
AJAY AMITABH SUMAN
ख़ुश-फ़हमी
ख़ुश-फ़हमी
Fuzail Sardhanvi
2985.*पूर्णिका*
2985.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अपनों के अपनेपन का अहसास
अपनों के अपनेपन का अहसास
Harminder Kaur
जाते जाते मुझे वो उदासी दे गया
जाते जाते मुझे वो उदासी दे गया
Ram Krishan Rastogi
हिंदू सनातन धर्म
हिंदू सनातन धर्म
विजय कुमार अग्रवाल
ग़ज़ल
ग़ज़ल
विमला महरिया मौज
Gazal
Gazal
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
हिसाब-किताब / मुसाफ़िर बैठा
हिसाब-किताब / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
गति साँसों की धीमी हुई, पर इंतज़ार की आस ना जाती है।
गति साँसों की धीमी हुई, पर इंतज़ार की आस ना जाती है।
Manisha Manjari
पत्थर की लकीर नहीं है जिन्दगी,
पत्थर की लकीर नहीं है जिन्दगी,
Buddha Prakash
विरह
विरह
Neelam Sharma
जरुरी है बहुत जिंदगी में इश्क मगर,
जरुरी है बहुत जिंदगी में इश्क मगर,
शेखर सिंह
'Memories some sweet and some sour..'
'Memories some sweet and some sour..'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
-  मिलकर उससे
- मिलकर उससे
Seema gupta,Alwar
🍂🍂🍂🍂*अपना गुरुकुल*🍂🍂🍂🍂
🍂🍂🍂🍂*अपना गुरुकुल*🍂🍂🍂🍂
Dr. Vaishali Verma
Loading...