उसे दिल से लगा लूँ ये गवारा हो नहीं सकता
उसे दिल से लगा लूँ ये गवारा हो नहीं सकता
हवाओं में चराग़ों का गुज़ारा हो नहीं सकता
हसद रखता हो जो दिल में हमेशा चाल चलता हो
हक़ीक़त में कभी भी वो हमारा हो नहीं सकता
जिसे हम छोड़ देते हैं ये भी तस्दीक़ तुम कर लो
उसे फिर से कभी हमने पुकारा हो नहीं सकता
उसे होना है पूरा तो मुझे आकर के पूरा मिल
यहाँ आधे अधूरे से गुज़ारा हो नहीं सकता
किसी पामाल रस्ते से गुज़रना ही नहीं हमको
किसी से इश्क़ हमको अब दुबारा हो नहीं सकता
~अंसार एटवी