उन्हें लगता है…..
उन्हें लगता है,
वो आए पर हम न थे,
हमें लगता है ना थे हम,
तब वो आए,
असल में आए वो ये किसे मालूम,
बारिश हुई तो सही,
पर न जमीन गिली थी,
न बादल दिखे हमें।
—————— ————————–
वो चांद देखता है जरूर ,
पर चांद पूरी दुनिया देखता है,
चांद उसकी दुनिया है,
मगर चांद को क्या मालूम वो कौन है।
“निशब्द”