Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Aug 2023 · 1 min read

*उड़ान*

जा रहे हो तुम, सात समुन्दर पार
पर तुम लौट के ज़रूर आओगे
मुझे यूंही इंतज़ार में खड़ा पाओगे
मुड़ कर देखना एक बार या सौ बार ।

जाओ
जाओ तुम्हें जाना है, क्षितिज के पार
नई मंजिलों को पाना है, आसमान को छू जाना है
नई लहरो संग इठलाना है
नए पंख जो मिले हैं, तुम्हें तो उड़ ही जाना है ।
पर
तुम लौट के जरूर आओगे
मुझे यूंही इंतज़ार में खड़ा पाओगे
मुड़ कर देखना एक बार या सौ बार ॥

मंजिले
मंजिले नई हैं, पर रास्ता वही है।
जिस पर चले हो तुम, पहले भी कई बार
होकर टतस्थ, स्थिर, दृढ़ और अचल
आ चल, आगे देख क्षितिज इठलाता है
तुम्हें देख लालिमा फैलाता है ।
तुम फिर,
तुम लौट के जरूर आओगे
मुझे यूंही इंतज़ार में खड़ा पाओगे
मुड़ कर देखना एक बार या सौ बार ॥

पंख,
मिलें हैं पंख जो तुम्हें, उड़ने को
रखना सम्भाल इन्हें
समेट लेना दुनिया सारी
अपनी पलकों की छांव तले ।
फिर एक बार,
तुम लौट के जरूर आओगे
मुझे यूंही इंतज़ार में खड़ा पाओगे
मुड़ कर देखना एक बार या सौ बार ॥

2 Likes · 152 Views
Books from Dhriti Mishra
View all

You may also like these posts

कदम छोटे हो या बड़े रुकना नहीं चाहिए क्योंकि मंजिल पाने के ल
कदम छोटे हो या बड़े रुकना नहीं चाहिए क्योंकि मंजिल पाने के ल
Swati
क्षणिका
क्षणिका
sushil sarna
शीर्षक -इंतजार तेरा
शीर्षक -इंतजार तेरा
Sushma Singh
आलस मेरी मोहब्बत है
आलस मेरी मोहब्बत है
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
#दोहे
#दोहे
Suryakant Dwivedi
*पापा (बाल कविता)*
*पापा (बाल कविता)*
Ravi Prakash
मौन
मौन
DR ARUN KUMAR SHASTRI
विनम्रता ही व्यक्तित्व में निखार लाता है,
विनम्रता ही व्यक्तित्व में निखार लाता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गोमूत्र उपज बढ़ाने का सूत्र
गोमूत्र उपज बढ़ाने का सूत्र
Anil Kumar Mishra
किसी की हिफाजत में,
किसी की हिफाजत में,
Dr. Man Mohan Krishna
दिल की बात
दिल की बात
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
सौ बरस की जिंदगी.....
सौ बरस की जिंदगी.....
Harminder Kaur
हिंदुस्तान जिंदाबाद
हिंदुस्तान जिंदाबाद
Mahmood Alam
■ हाइकू पर हाइकू।।
■ हाइकू पर हाइकू।।
*प्रणय*
सभी इंसान हैं
सभी इंसान हैं
Shekhar Chandra Mitra
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
"प्रकृति-विकृति-संस्कृति"
Dr. Kishan tandon kranti
यह कैसी आस्था ,यह कैसी भक्ति ?
यह कैसी आस्था ,यह कैसी भक्ति ?
ओनिका सेतिया 'अनु '
जिल्लत और जुल्मों का जब दाब बढ़ जायेगा।
जिल्लत और जुल्मों का जब दाब बढ़ जायेगा।
Rj Anand Prajapati
संवेदना
संवेदना
Khajan Singh Nain
चूल्हे पर रोटी बनाती माँ
चूल्हे पर रोटी बनाती माँ
Ashwini sharma
पापा
पापा
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
चाह यही है कवि बन जाऊं।
चाह यही है कवि बन जाऊं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
- निर्णय लेना -
- निर्णय लेना -
bharat gehlot
उसपे अपने शब्द व्यर्थ न किए जाए।
उसपे अपने शब्द व्यर्थ न किए जाए।
Kanchan Alok Malu
घर का बड़ा हूँ मैं
घर का बड़ा हूँ मैं
Kirtika Namdev
दीवाने खाटू धाम के चले हैं दिल थाम के
दीवाने खाटू धाम के चले हैं दिल थाम के
Khaimsingh Saini
"मुश्किलों से मुकाबला कर रहा हूँ ll
पूर्वार्थ
4396.*पूर्णिका*
4396.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रिश्ते
रिश्ते
Punam Pande
Loading...