Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Oct 2021 · 1 min read

उठा कलम

उठा कलम
संभाल कर्म
भाग मत,
जांच ले,
है कौन जो है,
अव्यवस्थित.

जुट जी जान से,
बने सब समर्थ,
ऐसा धृत,
परोस दे,
भूखे को रोटी मिले
अशिक्षित को सीख,
रुग्ण को इलाज,

खोज ले,
वो विभेदनी,
हर तीर,
जिस तरकश से,
सब सबल हो,
सफल हो,
सुगंध ऐसी फैले,
जन जन में प्रेम हो.

टूट जाये
सब मान्यता
हिंदू मुस्लिम
सोच सबकी
एक मत हो
जीवनधार पार हो.

डॉक्टर महेन्द्र सिंह हंस

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 401 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahender Singh
View all
You may also like:
मुश्किलों से हरगिज़ ना घबराना *श
मुश्किलों से हरगिज़ ना घबराना *श
Neeraj Agarwal
सम्मान करे नारी
सम्मान करे नारी
Dr fauzia Naseem shad
रोज रात जिन्दगी
रोज रात जिन्दगी
Ragini Kumari
जिंदगी जीना है तो खुशी से जीयों और जीभर के जीयों क्योंकि एक
जिंदगी जीना है तो खुशी से जीयों और जीभर के जीयों क्योंकि एक
जय लगन कुमार हैप्पी
!..............!
!..............!
शेखर सिंह
सीख ना पाए पढ़के उन्हें हम
सीख ना पाए पढ़के उन्हें हम
The_dk_poetry
खेल भावनाओं से खेलो, जीवन भी है खेल रे
खेल भावनाओं से खेलो, जीवन भी है खेल रे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
एक न एक दिन मर जाना है यह सब को पता है
एक न एक दिन मर जाना है यह सब को पता है
Ranjeet kumar patre
#यूँ_सहेजें_धरोहर....
#यूँ_सहेजें_धरोहर....
*प्रणय प्रभात*
कृष्णा सोबती के उपन्यास 'समय सरगम' में बहुजन समाज के प्रति पूर्वग्रह : MUSAFIR BAITHA
कृष्णा सोबती के उपन्यास 'समय सरगम' में बहुजन समाज के प्रति पूर्वग्रह : MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
ना होगी खता ऐसी फिर
ना होगी खता ऐसी फिर
gurudeenverma198
मातृभाषा हिन्दी
मातृभाषा हिन्दी
ऋचा पाठक पंत
तितली रानी (बाल कविता)
तितली रानी (बाल कविता)
नाथ सोनांचली
Love
Love
Abhijeet kumar mandal (saifganj)
आज जो कल ना रहेगा
आज जो कल ना रहेगा
Ramswaroop Dinkar
"वे खेलते हैं आग से"
Dr. Kishan tandon kranti
मूकनायक
मूकनायक
मनोज कर्ण
सुंदर शरीर का, देखो ये क्या हाल है
सुंदर शरीर का, देखो ये क्या हाल है
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
जय हो माई।
जय हो माई।
Rj Anand Prajapati
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
3104.*पूर्णिका*
3104.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
योग क्या है.?
योग क्या है.?
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*कड़वा बोल न बोलिए, कड़वी कहें न बात【कुंडलिया】*
*कड़वा बोल न बोलिए, कड़वी कहें न बात【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
रहब यदि  संग मे हमर , सफल हम शीघ्र भ जायब !
रहब यदि संग मे हमर , सफल हम शीघ्र भ जायब !
DrLakshman Jha Parimal
प्रिय
प्रिय
The_dk_poetry
Life through the window during lockdown
Life through the window during lockdown
ASHISH KUMAR SINGH
अधूरी रह जाती दस्तान ए इश्क मेरी
अधूरी रह जाती दस्तान ए इश्क मेरी
इंजी. संजय श्रीवास्तव
मेरी बेटी
मेरी बेटी
लक्ष्मी सिंह
इश्क़ लिखने पढ़ने में उलझ गया,
इश्क़ लिखने पढ़ने में उलझ गया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मजहब
मजहब
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...