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12 May 2023 · 1 min read

“इस जगत में”

“इस जगत में”
इस जगत में
कण-कण संजोया मैंने,
दुःखते मन में
प्रीत राग बोया मैंने।
फूलों से सुरभित
काँटों से भी घिरा,
लेकिन सदा ही
अपने को संजोया मैंने।

11 Likes · 5 Comments · 306 Views
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