Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 May 2020 · 1 min read

#ग़ज़ल-03

#ग़ज़ल

??
मज़लिस में तक़रीर ग़ज़ब था
सच में वो तासीर नहीं है/1

??
चाहत थी तुमको पाने की
पर अपनी तक़दीर नहीं है/2

??
ताक़त से ही हासिल कर लूँ
ऐसा भी तदबीर नहीं है/3

??
तेरे हिस्से होंगी ख़ुशियाँ
ये तो रब तहरीर नहीं है/4

??
हसरत मंज़िल पाने की है
रोके वो जंज़ीर नहीं है/5

??
दौड़ी आऊँ बंशी धुन पर
तू कोई आभीर नहीं है/6

??
अपना भी लो हमको “प्रीतम”
इश्क़ यहाँ तक़सीर नहीं है/7

–आर.एस.प्रीतम
सर्वाधिकार सुरक्षित ग़ज़ल

4 Likes · 2 Comments · 237 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
शादी कुँवारे से हो या शादीशुदा से,
शादी कुँवारे से हो या शादीशुदा से,
Dr. Man Mohan Krishna
सारी रात मैं किसी के अजब ख़यालों में गुम था,
सारी रात मैं किसी के अजब ख़यालों में गुम था,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अधरों ने की  दिल्लगी, अधरों  से  कल  रात ।
अधरों ने की दिल्लगी, अधरों से कल रात ।
sushil sarna
देकर घाव मरहम लगाना जरूरी है क्या
देकर घाव मरहम लगाना जरूरी है क्या
Gouri tiwari
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
बहना तू सबला बन 🙏🙏
बहना तू सबला बन 🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बुलंदियों पर पहुंचाएगा इकदिन मेरा हुनर मुझे,
बुलंदियों पर पहुंचाएगा इकदिन मेरा हुनर मुझे,
प्रदीप कुमार गुप्ता
मिलेंगे इक रोज तसल्ली से हम दोनों
मिलेंगे इक रोज तसल्ली से हम दोनों
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
गर्दिश में सितारा
गर्दिश में सितारा
Shekhar Chandra Mitra
सत्य और अमृत
सत्य और अमृत
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
तुम्ही हो किरण मेरी सुबह की
तुम्ही हो किरण मेरी सुबह की
gurudeenverma198
"छिपकली"
Dr. Kishan tandon kranti
There is no shortcut through the forest of life if there is
There is no shortcut through the forest of life if there is
सतीश पाण्डेय
हुनर
हुनर
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
समुद्र इसलिए खारा क्योंकि वो हमेशा लहराता रहता है यदि वह शां
समुद्र इसलिए खारा क्योंकि वो हमेशा लहराता रहता है यदि वह शां
Rj Anand Prajapati
तू जब भी साथ होती है तो मेरा ध्यान लगता है
तू जब भी साथ होती है तो मेरा ध्यान लगता है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
संसार के सब रसों में
संसार के सब रसों में
*Author प्रणय प्रभात*
गीतांश....
गीतांश....
Yogini kajol Pathak
साया
साया
Harminder Kaur
हथेली पर जो
हथेली पर जो
लक्ष्मी सिंह
ज़िंदगी फिर भी हमें
ज़िंदगी फिर भी हमें
Dr fauzia Naseem shad
अब और ढूंढने की ज़रूरत नहीं मुझे
अब और ढूंढने की ज़रूरत नहीं मुझे
Aadarsh Dubey
सफलता का लक्ष्य
सफलता का लक्ष्य
Paras Nath Jha
किसी से प्यार, हमने भी किया था थोड़ा - थोड़ा
किसी से प्यार, हमने भी किया था थोड़ा - थोड़ा
The_dk_poetry
भारत का सिपाही
भारत का सिपाही
Rajesh
आस
आस
Shyam Sundar Subramanian
मित्र भाग्य बन जाता है,
मित्र भाग्य बन जाता है,
Buddha Prakash
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
Ravi Prakash
"कलम की अभिलाषा"
Yogendra Chaturwedi
-- प्यार --
-- प्यार --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
Loading...