पहला प्यार
इश्क हुआ जब पहली दफा
छुप छुप के इशारा करते थे
खाना पीना दुस्वार हुआ
यादो से गुजारा करते थे
किस गली से गुजरेगी, किस राह से जाएगी
यारो के संग अपने
हम राह निहारा करते थे
दुनिया रंगीन हो जाती है
दिल में जब कोई बसता है
दिल होता है बेचैन बहुत
ना रोता है ना हस्ता है
कितने रातें कितने दिन
उसने मुझको तड़पाये थे
वो दौर जवानी का गुजारा
बच्चे भी बड़े जवान हुए
वो मिली आज रस्ते में थी
हम जान के भी अंजान हुए
वो गीत आ गये याद मुझे
जो मिलके हमने गाए थे
ना वो बोले ना हम बोले
आँखो आँखो में बात हुई
बंदिस थी हम दोनों के लिए
उस पल मुझको एहसास हुआ
जैसे दिन में ही रात हुई
छोड़ के हम जब घर निकले
आँखो में आंसू आये थे