Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Mar 2020 · 1 min read

इबादत

❣❣❣प्यार मे वह पल बहुत खूबसूरत होता है….

जब देखना इबादत….
और छूना गुनाह लगता है….❣❣❣

5 Likes · 3 Comments · 290 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वीर बालिका
वीर बालिका
लक्ष्मी सिंह
* छलक रहा घट *
* छलक रहा घट *
surenderpal vaidya
नववर्ष
नववर्ष
Neeraj Agarwal
संत गोस्वामी तुलसीदास
संत गोस्वामी तुलसीदास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
चंद तारे
चंद तारे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शराबी
शराबी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
निरीह गौरया
निरीह गौरया
Dr.Pratibha Prakash
मनहरण घनाक्षरी
मनहरण घनाक्षरी
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
" प्रार्थना "
Chunnu Lal Gupta
क्या ग़रीबी भी
क्या ग़रीबी भी
Dr fauzia Naseem shad
मुश्किलें जरूर हैं, मगर ठहरा नहीं हूँ मैं ।
मुश्किलें जरूर हैं, मगर ठहरा नहीं हूँ मैं ।
पूर्वार्थ
मुश्किल जब सताता संघर्ष बढ़ जाता है🌷🙏
मुश्किल जब सताता संघर्ष बढ़ जाता है🌷🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
खोटे सिक्कों के जोर से
खोटे सिक्कों के जोर से
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
दोहा त्रयी. . .
दोहा त्रयी. . .
sushil sarna
कैसे बताऊं मेरे कौन हो तुम
कैसे बताऊं मेरे कौन हो तुम
Ram Krishan Rastogi
मित्रता
मित्रता
Mahendra singh kiroula
💐प्रेम कौतुक-318💐
💐प्रेम कौतुक-318💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
عيشُ عشرت کے مکاں
عيشُ عشرت کے مکاں
अरशद रसूल बदायूंनी
फायदे का सौदा
फायदे का सौदा
ओनिका सेतिया 'अनु '
अकेले हुए तो ये समझ आया
अकेले हुए तो ये समझ आया
Dheerja Sharma
बचपन
बचपन
नूरफातिमा खातून नूरी
*ये दुनिया है यहाँ सुख-दुख, बराबर आ रहे-जाते 【मुक्तक 】*
*ये दुनिया है यहाँ सुख-दुख, बराबर आ रहे-जाते 【मुक्तक 】*
Ravi Prakash
मुक्तक
मुक्तक
दुष्यन्त 'बाबा'
■ सनातन विचार...
■ सनातन विचार...
*Author प्रणय प्रभात*
बेटिया विदा हो जाती है खेल कूदकर उसी आंगन में और बहू आते ही
बेटिया विदा हो जाती है खेल कूदकर उसी आंगन में और बहू आते ही
Ranjeet kumar patre
आया सखी बसंत...!
आया सखी बसंत...!
Neelam Sharma
डाकिया डाक लाया
डाकिया डाक लाया
Paras Nath Jha
23/47.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/47.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वो बदल रहे हैं।
वो बदल रहे हैं।
Taj Mohammad
हम ऐसी मौहब्बत हजार बार करेंगे।
हम ऐसी मौहब्बत हजार बार करेंगे।
Phool gufran
Loading...