Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Dec 2024 · 1 min read

इतना रोए कि याद में तेरी

इतना रोए कि याद में तेरी
अपनी आंखें भी हम गवां बैठे
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

1 Like · 19 Views
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

हम सब मिलकर, ऐसे यह दिवाली मनाये
हम सब मिलकर, ऐसे यह दिवाली मनाये
gurudeenverma198
हिंदीग़ज़ल में होता है ऐसा ! +रमेशराज
हिंदीग़ज़ल में होता है ऐसा ! +रमेशराज
कवि रमेशराज
म्हारौ गांव धुम्बड़िया❤️
म्हारौ गांव धुम्बड़िया❤️
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
अभी जो माहौल चल रहा है
अभी जो माहौल चल रहा है
Sonam Puneet Dubey
The life of an ambivert is the toughest. You know why? I'll
The life of an ambivert is the toughest. You know why? I'll
Chaahat
💤 ये दोहरा सा किरदार 💤
💤 ये दोहरा सा किरदार 💤
Dr Manju Saini
হরির গান (হরিকে নিয়ে লেখা গান)
হরির গান (হরিকে নিয়ে লেখা গান)
Arghyadeep Chakraborty
" किताब "
Dr. Kishan tandon kranti
3386⚘ *पूर्णिका* ⚘
3386⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
खुद से भी सवाल कीजिए
खुद से भी सवाल कीजिए
Mahetaru madhukar
शिव सावन
शिव सावन
Rambali Mishra
भस्म
भस्म
D.N. Jha
कविता
कविता
Shiva Awasthi
-कलयुग में सब मिलावटी है -
-कलयुग में सब मिलावटी है -
bharat gehlot
अज्ञानी ज्ञानी हुए,
अज्ञानी ज्ञानी हुए,
sushil sarna
उनकी ख्यालों की बारिश का भी,
उनकी ख्यालों की बारिश का भी,
manjula chauhan
*बुढ़ापे के फायदे (हास्य व्यंग्य)*
*बुढ़ापे के फायदे (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
** गर्मी है पुरजोर **
** गर्मी है पुरजोर **
surenderpal vaidya
वो दिन दूर नहीं जब दिवारों पर लिखा होगा...
वो दिन दूर नहीं जब दिवारों पर लिखा होगा...
Ranjeet kumar patre
हमेशा एक स्त्री उम्र से नहीं
हमेशा एक स्त्री उम्र से नहीं
शेखर सिंह
आपकी सादगी ही आपको सुंदर बनाती है...!
आपकी सादगी ही आपको सुंदर बनाती है...!
Aarti sirsat
मुक्तक -*
मुक्तक -*
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
एक ज़माना था .....
एक ज़माना था .....
Nitesh Shah
इन रेत के टुकडों से तुम दिल बना ना पाये।
इन रेत के टुकडों से तुम दिल बना ना पाये।
Phool gufran
11 .अंधेरा उजाला
11 .अंधेरा उजाला
Lalni Bhardwaj
दीवार में दरार
दीवार में दरार
VINOD CHAUHAN
जो कभी सबके बीच नहीं रहे वो समाज की बात कर रहे हैं।
जो कभी सबके बीच नहीं रहे वो समाज की बात कर रहे हैं।
राज वीर शर्मा
इश्क में आजाद कर दिया
इश्क में आजाद कर दिया
Dr. Mulla Adam Ali
साँस-साँस में घुला जहर है।
साँस-साँस में घुला जहर है।
Poonam gupta
मृत्युभोज
मृत्युभोज
अशोक कुमार ढोरिया
Loading...