इज़्ज़त की ठेकेदार बेटियां
इज़्ज़त की ठेकेदार बेटियां
घर की इज़्ज़त
और इज़्ज़त की ठेकेदार बेटियां
बेटे ज़िम्मेदार
और एक ज़िम्मेदारी बेटियां
मूछों का ताव बेटे
और पगड़ी का मान बेटियां
मा की शान बेटे
पिता की जान बेटियां
बात गर अपनों की हो तो बेटे
और पराई बेटियां
सदियों से आज़ाद बेटे
समाज का मोहरा बेटियां
गुनाह समाज का नहीं
हमारे ही सर ये अपराध
क्यूं बना दी जाती हैँ
इज़्ज़त की ठेकेदार बेटियां ।।
– रुपाली भारद्वाज