Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2024 · 1 min read

इज़्ज़त की ठेकेदार बेटियां

इज़्ज़त की ठेकेदार बेटियां

घर की इज़्ज़त
और इज़्ज़त की ठेकेदार बेटियां

बेटे ज़िम्मेदार
और एक ज़िम्मेदारी बेटियां

मूछों का ताव बेटे
और पगड़ी का मान बेटियां

मा की शान बेटे
पिता की जान बेटियां

बात गर अपनों की हो तो बेटे
और पराई बेटियां

सदियों से आज़ाद बेटे
समाज का मोहरा बेटियां

गुनाह समाज का नहीं
हमारे ही सर ये अपराध

क्यूं बना दी जाती हैँ
इज़्ज़त की ठेकेदार बेटियां ।।

– रुपाली भारद्वाज

Language: Hindi
52 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Roopali Sharma
View all
You may also like:
#आज_का_नुस्खा
#आज_का_नुस्खा
*प्रणय प्रभात*
ऋतुराज (घनाक्षरी )
ऋतुराज (घनाक्षरी )
डॉक्टर रागिनी
फ़ितरत
फ़ितरत
Dr.Priya Soni Khare
प्यार है ही नही ज़माने में
प्यार है ही नही ज़माने में
SHAMA PARVEEN
आज, नदी क्यों इतना उदास है.....?
आज, नदी क्यों इतना उदास है.....?
VEDANTA PATEL
"" *सपनों की उड़ान* ""
सुनीलानंद महंत
गिलहरी
गिलहरी
Kanchan Khanna
The emotional me and my love
The emotional me and my love
Chaahat
घे वेध भविष्याचा ,
घे वेध भविष्याचा ,
Mr.Aksharjeet
तन्हा तन्हा ही चलना होगा
तन्हा तन्हा ही चलना होगा
AMRESH KUMAR VERMA
रोज दस्तक होती हैं दरवाजे पर मेरे खुशियों की।
रोज दस्तक होती हैं दरवाजे पर मेरे खुशियों की।
Ashwini sharma
खिलजी, बाबर और गजनवी के बंसजों देखो।
खिलजी, बाबर और गजनवी के बंसजों देखो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
निगाहों में छुपा लेंगे तू चेहरा तो दिखा जाना ।
निगाहों में छुपा लेंगे तू चेहरा तो दिखा जाना ।
Phool gufran
राम और कृष्ण
राम और कृष्ण
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
हर रात रंगीन बसर करने का शौक़ है उसे,
हर रात रंगीन बसर करने का शौक़ है उसे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इतनी उम्मीदें
इतनी उम्मीदें
Dr fauzia Naseem shad
जरूरी नहीं की हर जख़्म खंजर ही दे
जरूरी नहीं की हर जख़्म खंजर ही दे
Gouri tiwari
लघुकथा- धर्म बचा लिया।
लघुकथा- धर्म बचा लिया।
Dr Tabassum Jahan
रास्तों पर चलने वालों को ही,
रास्तों पर चलने वालों को ही,
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
🌸साहस 🌸
🌸साहस 🌸
Mahima shukla
कौन बताता है नदियों को
कौन बताता है नदियों को
भगवती पारीक 'मनु'
छा जाओ आसमान की तरह मुझ पर
छा जाओ आसमान की तरह मुझ पर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
*मनुज ले राम का शुभ नाम, भवसागर से तरते हैं (मुक्तक)*
*मनुज ले राम का शुभ नाम, भवसागर से तरते हैं (मुक्तक)*
Ravi Prakash
अब भी कहता हूँ
अब भी कहता हूँ
Dr. Kishan tandon kranti
बिखर के भी निखरना है ,
बिखर के भी निखरना है ,
Neeraj kumar Soni
कस्तूरी (नील पदम् के दोहे)
कस्तूरी (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
दिलाओ याद मत अब मुझको, गुजरा मेरा अतीत तुम
दिलाओ याद मत अब मुझको, गुजरा मेरा अतीत तुम
gurudeenverma198
सताया ना कर ये जिंदगी
सताया ना कर ये जिंदगी
Rituraj shivem verma
आज 31 दिसंबर 2023 साल का अंतिम दिन है।ढूंढ रहा हूं खुद को कि
आज 31 दिसंबर 2023 साल का अंतिम दिन है।ढूंढ रहा हूं खुद को कि
पूर्वार्थ
2860.*पूर्णिका*
2860.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...