इजहार
गले लगा लो
आए हैं आज पहली बार।
वो जिनके आने से
आए बहार महफ़िल में
नज़र उतार लो उनकी,
गले लगाने के बाद।
गले लगा लो
आए हैं आज पहली बार।
गुलों में रंग के
छलके हैं आज पैमाने
फिजां भी सुरमई हुई है
आज आने के बाद।
गले लगा लो
आए हैं आज पहली बार।
रूबरू इश्क़
बस छलकती आँखें
लबों को चूम लो उनके
इश्क़ -ए-इजहार के बाद।
गले लगा लो
आए हैं आज पहली बार।
जिक्र-ए- उल्फ़त में
जो उनके हैं गुजारी रातें
महक उतार दो उनमें
गले लगाने के बाद।
गले लगा लो
आए हैं आज पहली बार।
फिक्र उनकी जो
सताती रही बरसों सब भर
धड़कते दिल को संभालो
गले लगाने के बाद।
गले लगा लो
आए हैं आज पहली बार।