Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#23 Trending Author
Dr. Kishan tandon kranti
273 Followers
Follow
Report Content
26 Aug 2024 · 1 min read
“इंसान को”
“इंसान को”
इंसान को ठोस चट्टान की तरह होना चाहिए, जिसे प्रशंसा या निंदा हिला ना सके।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
3 Likes
·
3 Comments
· 32 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like:
आज कल !!
Niharika Verma
"सुप्रभात "
Yogendra Chaturwedi
"कैसे कह दें"
Dr. Kishan tandon kranti
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ५)
Kanchan Khanna
" पलास "
Pushpraj Anant
आवारा बादल
पूनम कुमारी (आगाज ए दिल)
*महान आध्यात्मिक विभूति मौलाना यूसुफ इस्लाही से दो मुलाकातें*
Ravi Prakash
दृष्टिहीन की दृष्टि में,
sushil sarna
तुमने अखबारों में पढ़ी है बेरोज़गारी को
Keshav kishor Kumar
कुछ तो बाकी है !
Akash Yadav
मन का कारागार
Pooja Singh
कीलों की क्या औकात ?
Anand Sharma
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
वक्त की हम पर अगर सीधी नज़र होगी नहीं
Dr Archana Gupta
पूजा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
2725.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*परिस्थिति*
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
#श्योपुर-
*प्रणय प्रभात*
बदलती हवाओं का स्पर्श पाकर कहीं विकराल ना हो जाए।
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
हम बात अपनी सादगी से ही रखें ,शालीनता और शिष्टता कलम में हम
DrLakshman Jha Parimal
समय ⏳🕛⏱️
डॉ० रोहित कौशिक
सयाना
DR ARUN KUMAR SHASTRI
माना सांसों के लिए,
शेखर सिंह
..........जिंदगी.........
Surya Barman
अच्छे बने रहने की एक क़ीमत हमेशा चुकानी पड़ती है….क़ीमत को इ
पूर्वार्थ
ग़ज़ल
Neelofar Khan
सहारा...
Naushaba Suriya
परीक्षाएं आती रहेंगी जाती रहेंगी,
जय लगन कुमार हैप्पी
मैंने नींदों से
Dr fauzia Naseem shad
प्रकृति का भविष्य
Bindesh kumar jha
Loading...