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26 May 2024 · 1 min read

“इंसान और सपना”

“इंसान और सपना”
चाहे इंसान कोई भी हों
वो हाड़-मांस का
एक पुतला ही तो है,
और सपने?
सपने तो बस सपने हैं
उसे तो देखने का
पूरा-पूरा हक है सबको।

2 Likes · 2 Comments · 114 Views
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