अंतर्राष्ट्रीय पाई दिवस पर....
यादों के सहारे कट जाती है जिन्दगी,
मंत्र : दधाना करपधाभ्याम,
गुरू द्वारा प्राप्त ज्ञान के अनुसार जीना ही वास्तविक गुरू दक
किया पोषित जिन्होंने, प्रेम का वरदान देकर,
मुझे जीना सिखा कर ये जिंदगी
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
लिखना पूर्ण विकास नहीं है बल्कि आप के बारे में दूसरे द्वारा
*पीने वाले दिख रहे, पी मदिरा मदहोश (कुंडलिया)*
Compromisation is a good umbrella but it is a poor roof.
जाति-पाति देखे नहीं,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
पड़ जाएँ मिरे जिस्म पे लाख़ आबले 'अकबर'
"पँछियोँ मेँ भी, अमिट है प्यार..!"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD