Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Apr 2024 · 1 min read

“इंसानियत”

“इंसानियत”
इंसानियत तो दिन-ब-दिन
मरती ही जा रही है,
लेकिन
जात धरम मजहब की लकीरें
बढ़ती ही जा रही है।

3 Likes · 3 Comments · 176 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
ଖେଳନା ହସିଲା
ଖେଳନା ହସିଲା
Otteri Selvakumar
Acrostic Poem- Human Values
Acrostic Poem- Human Values
jayanth kaweeshwar
सब मुकम्मल है अपनी नज़रों में ।
सब मुकम्मल है अपनी नज़रों में ।
Dr fauzia Naseem shad
मैं सरिता अभिलाषी
मैं सरिता अभिलाषी
Pratibha Pandey
तेरे संग एक प्याला चाय की जुस्तजू रखता था
तेरे संग एक प्याला चाय की जुस्तजू रखता था
VINOD CHAUHAN
स्याह एक रात
स्याह एक रात
हिमांशु Kulshrestha
डर अंधेरों से नही अपने बुरे कर्मों से पैदा होता है।
डर अंधेरों से नही अपने बुरे कर्मों से पैदा होता है।
Rj Anand Prajapati
एक कोर्ट में देखा मैंने बड़ी हुई थी भीड़,
एक कोर्ट में देखा मैंने बड़ी हुई थी भीड़,
AJAY AMITABH SUMAN
है अभी भी वक़्त प्यारे, मैं भी सोचूंँ तू भी सोच
है अभी भी वक़्त प्यारे, मैं भी सोचूंँ तू भी सोच
Sarfaraz Ahmed Aasee
अब खोटे सिक्के भी उछाले जा रहे हैं खेल में,
अब खोटे सिक्के भी उछाले जा रहे हैं खेल में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
विद्यार्थी जीवन
विद्यार्थी जीवन
Santosh kumar Miri
एक ग़ज़ल
एक ग़ज़ल
Kshma Urmila
फिर कब आएगी ...........
फिर कब आएगी ...........
SATPAL CHAUHAN
कोई मेरे दिल में उतर के तो देखे...
कोई मेरे दिल में उतर के तो देखे...
singh kunwar sarvendra vikram
मैं हिन्दुस्तानी !
मैं हिन्दुस्तानी !
Shyam Sundar Subramanian
जो रास्ते हमें चलना सीखाते हैं.....
जो रास्ते हमें चलना सीखाते हैं.....
कवि दीपक बवेजा
*कविवर श्री जितेंद्र कमल आनंद (कुंडलिया)*
*कविवर श्री जितेंद्र कमल आनंद (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
एक दिवाली ऐसी भी।
एक दिवाली ऐसी भी।
Manisha Manjari
भय -भाग-1
भय -भाग-1
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आज का पुरुष औरतों को समान अधिकार देने की बात कहता है, बस उसे
आज का पुरुष औरतों को समान अधिकार देने की बात कहता है, बस उसे
Annu Gurjar
"मुझे देखकर फूलों ने"
Dr. Kishan tandon kranti
24/240. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/240. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
स्नेहिल प्रेम अनुराग
स्नेहिल प्रेम अनुराग
Seema gupta,Alwar
साधिये
साधिये
Dr.Pratibha Prakash
विषय :- रक्त रंजित मानवीयता रस-वीभत्स रस विधा-मधुमालती छंद आधारित गीत मापनी-2212 , 2212
विषय :- रक्त रंजित मानवीयता रस-वीभत्स रस विधा-मधुमालती छंद आधारित गीत मापनी-2212 , 2212
Neelam Sharma
जलती बाती प्रेम की,
जलती बाती प्रेम की,
sushil sarna
कट गई शाखें, कट गए पेड़
कट गई शाखें, कट गए पेड़
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
Festival Of Lights Goa Parra Village
Festival Of Lights Goa Parra Village
Sonam Puneet Dubey
"आत्म-मुग्ध" व "आत्म-केंद्रित" लोगों की मानवोचित व संवेदनात्
*प्रणय*
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...