इंसानियत
इंसानियत
इंसान इंसानियत भूलता जा रहा है
शैतानियत को अपनाता जा रहा है
उसे ही इंसानियत का नाम देता जा रहा है
ऐसे में दुनिया का क्या होगा ?
इंसानियत
इंसान इंसानियत भूलता जा रहा है
शैतानियत को अपनाता जा रहा है
उसे ही इंसानियत का नाम देता जा रहा है
ऐसे में दुनिया का क्या होगा ?