इंद्रधनुष सी जिंदगी
इंद्रधनुष सी होती है जिंदगी,
अकस्मात इंद्रधनुष दिखने से प्राप्त खुशी के समान,
जिंदगी मिलने पर भी खुशी होती है।
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इंद्रधनुष के बहुरंगी छटा की तरह,
जिंदगी भी बहुरंगी होती,
कोई रंग खुशियां बिखेरता है तो,
कोई गमों को समेटता है।
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इंद्रधनुष का आकार भी कई मायने रखता है,
अक्सर इंद्रधनुष उस समय दिखाई देता है, जब,
आकाश में बादलों का उत्सव लगा हो,
बारिसों की रुनझुन हो, और धरा पर,
हरियाली ही हरियाली हो।
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उसी प्रकार जिंदगी के भी कई मायने हैं,
सुख- दु:ख, प्रगति – अवनति और हर्ष- विषाद,
जिंदगी के विभिन्न पहलू हैं और यह पहलु ही,
जिंदगी का फलसफा निर्धारित करते हैं।
जिंदगी का आकार निर्धारित करते हैं।
सुख दुःख की कहानी बतियाते हैं।
और सामाजिक जीव जिंदगकी खट्टी मीठी यादें,
समाज को देकर इस दुनिया से रूखस्त हो जाते हैं।
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डॉ प्रवीण ठाकुर
भाषा आधिकारी
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शिमला हिमाचल प्रदेश