आ.अ.शि.संघ ( शिक्षक की पीड़ा)
गीत( तर्ज – कागज कलम दाबात ले ये)
सूरज बदले ,चंदा बदले या बदले जग सारा
हम सबका संकल्प ना बदले ,चाहे बदले यह जग सारा-2
ओ पी एस के शिवा कुछ याद नहीं,-2
जीवन मे सुख दुख का साथी एक मात्र सहारा
लेकर के अधिकार स्वयं का , यह प्रण हमने ठाना।
ना बदले संकल्प हमारा,भरत भाई ने ललकारा-2
ओ पी एस के शिवा कुछ याद नहीं,-2
सब जन कहते, राष्ट्र निर्माता शिक्षक है बेचारा,
प्यारे प्यारे बच्चों का, यह शिक्षक भाग्य विधाता।-2
जरा सोंचिए सबसे शोषित, शिक्षक है बेचारा-2
ओ पी एस के शिवा कुछ याद नहीं,-2
सूरज बदले ,चंदा बदले या बदले जग सारा
हम सबका संकल्प ना बदले ,चाहे बदले यह जग सारा-2
ओ पी एस के शिवा कुछ याद नहीं,-2