Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Sep 2020 · 1 min read

आज़ाद गज़ल

बस केवल नाम से ही सरल है
हास्य-व्यंग्य का वो काजल है ।
दिखने में कुछ खास तो नहीं
मगर उगलता हमेशा गरल है ।
वाकिफ़ है अपनी औकात से
वयान बदलने में बड़ा चपल है ।
है गलती उसकी भी कोई नहीं
समर्थक रहते अगल बगल है ।
खामिया निकालने में है माहिर
खासियत बताने में बिरल है।
हैसियत उसकी तो पता नहीं
पर नमक हरामी में अव्वल है।
-अजय प्रसाद

2 Likes · 205 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

प्यार के
प्यार के
हिमांशु Kulshrestha
प्रेरणादायक बाल कविता: माँ मुझको किताब मंगा दो।
प्रेरणादायक बाल कविता: माँ मुझको किताब मंगा दो।
Rajesh Kumar Arjun
" जेबकतरा "
Dr. Kishan tandon kranti
प्रलोभन
प्रलोभन
Rajesh Kumar Kaurav
भोले
भोले
manjula chauhan
दोषी कौन?
दोषी कौन?
Indu Singh
सजल
सजल
seema sharma
“सुकून”
“सुकून”
Neeraj kumar Soni
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
ख़ुद को फ़लक़ से नीचे उतारा अभी अभी
ख़ुद को फ़लक़ से नीचे उतारा अभी अभी
अंसार एटवी
मेरे हिस्से में ना कभी धूप आई ना कभी छांव,
मेरे हिस्से में ना कभी धूप आई ना कभी छांव,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
स्वयं का न उपहास करो तुम , स्वाभिमान की राह वरो तुम
स्वयं का न उपहास करो तुम , स्वाभिमान की राह वरो तुम
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अफ़ीम की गोलियां
अफ़ीम की गोलियां
Shekhar Chandra Mitra
*धन्य विवेकानंद प्रवक्ता, सत्य सनातन ज्ञान के (गीत)*
*धन्य विवेकानंद प्रवक्ता, सत्य सनातन ज्ञान के (गीत)*
Ravi Prakash
बुंदेली दोहे- कीचर (कीचड़)
बुंदेली दोहे- कीचर (कीचड़)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
करवा चौथ
करवा चौथ
Neeraj Agarwal
4594.*पूर्णिका*
4594.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्यासा पानी जानता,.
प्यासा पानी जानता,.
Vijay kumar Pandey
কৃষ্ণ, আমাদের ক্ষমা করো
কৃষ্ণ, আমাদের ক্ষমা করো
Arghyadeep Chakraborty
...........,,
...........,,
शेखर सिंह
एक उदासी
एक उदासी
Shweta Soni
हम से भी ज्यादा हमारे है
हम से भी ज्यादा हमारे है
नूरफातिमा खातून नूरी
माँ जन्मदात्री , तो पिता पालन हर है
माँ जन्मदात्री , तो पिता पालन हर है
Neeraj Mishra " नीर "
आप ही बदल गए
आप ही बदल गए
Pratibha Pandey
सच समझने में चूका तंत्र सारा
सच समझने में चूका तंत्र सारा
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
घनाक्षरी - सोदाहरण व्याख्या
घनाक्षरी - सोदाहरण व्याख्या
आचार्य ओम नीरव
बस इसी सवाल का जवाब
बस इसी सवाल का जवाब
gurudeenverma198
करो तुम प्यार ही सबसे, सबों को अपना तुम मानो !
करो तुम प्यार ही सबसे, सबों को अपना तुम मानो !
DrLakshman Jha Parimal
जीवन है ये छोटा सा
जीवन है ये छोटा सा
प्रदीप कुमार गुप्ता
..
..
*प्रणय*
Loading...