Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Sep 2019 · 1 min read

आज़ाद गजल

“पढ़ी रचनाएँ आपने मेरी,मेरा काम हो गया
की आपने तारीफें तो मेरा नाम हो गया ।
अब मुझे मरने का भी कोई गम न होगा
कुछ पल को सही दिल मे मुकाम हो गया ।
मैं क्या जानू छ्न्द और बहर के उसुलों को
देखा,सुना,महसूस जो किया कलाम हो गया ।
मेरे लिए तो खयाल बेहद अहम है गज़ल में
मगर अदिबों की नज़र में मैं बदनाम हो गया ।
न माज़ी से गुरेज़ न मुस्तकबिल से परहेज है
मेरी शायरी का शिकार हाले अवाम हो गया ।
फक़त नाम से ही मैं ‘अजय ‘रहा हूँ दोस्तों
हारना हर हाल में खुद से मेरा इनाम हो गया ।

-अजय प्रसाद

1 Like · 683 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दूर अब न रहो पास आया करो,
दूर अब न रहो पास आया करो,
Vindhya Prakash Mishra
जज्बात
जज्बात
अखिलेश 'अखिल'
तीज मनाएँ रुक्मिणी...
तीज मनाएँ रुक्मिणी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
पुरुष अधूरा नारी बिन है, बिना पुरुष के नारी जग में,
पुरुष अधूरा नारी बिन है, बिना पुरुष के नारी जग में,
Arvind trivedi
चैतन्य
चैतन्य
DR ARUN KUMAR SHASTRI
“ जीवन साथी”
“ जीवन साथी”
DrLakshman Jha Parimal
चाहे अकेला हूँ , लेकिन नहीं कोई मुझको गम
चाहे अकेला हूँ , लेकिन नहीं कोई मुझको गम
gurudeenverma198
कैसे गीत गाएं मल्हार
कैसे गीत गाएं मल्हार
Nanki Patre
पंखा
पंखा
देवराज यादव
*खर्चा करके खुद किया ,अपना ही सम्मान (हास्य कुंडलिया )*
*खर्चा करके खुद किया ,अपना ही सम्मान (हास्य कुंडलिया )*
Ravi Prakash
* भावना में *
* भावना में *
surenderpal vaidya
आँख खुलते ही हमे उसकी सख़्त ज़रूरत होती है
आँख खुलते ही हमे उसकी सख़्त ज़रूरत होती है
KAJAL NAGAR
आज कोई नही अनजान,
आज कोई नही अनजान,
pravin sharma
वसंत पंचमी
वसंत पंचमी
Dr. Vaishali Verma
लोकतंत्र तभी तक जिंदा है जब तक आम जनता की आवाज़ जिंदा है जिस
लोकतंत्र तभी तक जिंदा है जब तक आम जनता की आवाज़ जिंदा है जिस
Rj Anand Prajapati
यदि है कोई परे समय से तो वो तो केवल प्यार है
यदि है कोई परे समय से तो वो तो केवल प्यार है " रवि " समय की रफ्तार मेँ हर कोई गिरफ्तार है
Sahil Ahmad
" मेरा राज मेरा भगवान है "
Dr Meenu Poonia
जमाना खराब है
जमाना खराब है
Ritu Asooja
रास्तों पर चलने वालों को ही,
रास्तों पर चलने वालों को ही,
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
पते की बात - दीपक नीलपदम्
पते की बात - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
"क्रन्दन"
Dr. Kishan tandon kranti
राम नाम
राम नाम
पंकज प्रियम
"चाँदनी रातें"
Pushpraj Anant
2768. *पूर्णिका*
2768. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
देश हमारा भारत प्यारा
देश हमारा भारत प्यारा
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बाबा साहेब अम्बेडकर / मुसाफ़िर बैठा
बाबा साहेब अम्बेडकर / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
बसहा चलल आब संसद भवन
बसहा चलल आब संसद भवन
मनोज कर्ण
Know your place in people's lives and act accordingly.
Know your place in people's lives and act accordingly.
पूर्वार्थ
हीर मात्रिक छंद
हीर मात्रिक छंद
Subhash Singhai
गुज़रा है वक्त लेकिन
गुज़रा है वक्त लेकिन
Dr fauzia Naseem shad
Loading...