आसान कहाँ है?
आसान कहाँ है???? खुद की शिकायत करना
अच्छे वक्त में खुद से खुद की हिफाजत करना
आदमी चला जाता किसी और दुनिया में सिद्धार्थ,
अच्छे वक्त में भूल जाता है सलीके से इनायत करना
बाँध -ए -सब्र शब्द टूट जाता है भावनाओं के बहाव में आखिर
बड़ा कठिन होता खुद को खुद से रुख़सत करना
मौका मिले तो मरम्मत करना खुद की सोच का भी,
जमीं पर आ जाना और गलतफहमियों को फुरसत करना
-सिद्धार्थ गोरखपुरी