Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 May 2023 · 1 min read

आरंभ

सफलता,
निर्भर है,
अच्छे आरंभ पर,
यानी शुभारंभ पर,
यह नींव है,
एक मजबूत
लक्ष्य का,
भविष्य के स्वप्न का,
विद्यार्थियों की सफलता का,
कारीगरों की कुशलता का,
खिलाड़ियों की जीत का,
गायकों के मधुर संगीत का।

शुभारंभ,
निर्भर है,
अच्छी शिक्षा औ संस्कार पर,
प्रेरक के व्यवहार पर,
मजबूत आत्मविश्वास पर,
आत्म-उत्थान औ विकास पर,
साउण्ड बैकग्राउण्ड पर,
प्लानिंग औ शार्प माइण्ड पर।

मौलिक व स्वरचित
श्री रमण
बेगूसराय (बिहार)

3 Likes · 334 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
View all
You may also like:
खुदा सा लगता है।
खुदा सा लगता है।
Taj Mohammad
फन कुचलने का हुनर भी सीखिए जनाब...!
फन कुचलने का हुनर भी सीखिए जनाब...!
Ranjeet kumar patre
"सुबह की चाय"
Pushpraj Anant
दिनांक,,,11/07/2024,,,
दिनांक,,,11/07/2024,,,
Neelofar Khan
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जात आदमी के
जात आदमी के
AJAY AMITABH SUMAN
दो रुपए की चीज के लेते हैं हम बीस
दो रुपए की चीज के लेते हैं हम बीस
महेश चन्द्र त्रिपाठी
सोना जेवर बनता है, तप जाने के बाद।
सोना जेवर बनता है, तप जाने के बाद।
आर.एस. 'प्रीतम'
निहारा
निहारा
Dr. Mulla Adam Ali
दिव्य दर्शन है कान्हा तेरा
दिव्य दर्शन है कान्हा तेरा
Neelam Sharma
कुछ तो रम्ज़ है तेरी यादें ज़ेहन से नहीं जाती,
कुछ तो रम्ज़ है तेरी यादें ज़ेहन से नहीं जाती,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
छल छल छलके आँख से,
छल छल छलके आँख से,
sushil sarna
*हैं जिनके पास अपने*,
*हैं जिनके पास अपने*,
Rituraj shivem verma
बेसहारों को देख मस्ती में
बेसहारों को देख मस्ती में
Neeraj Mishra " नीर "
3767.💐 *पूर्णिका* 💐
3767.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मां
मां
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
मैं ना जाने क्या कर रहा...!
मैं ना जाने क्या कर रहा...!
भवेश
दुरीयों के बावजूद...
दुरीयों के बावजूद...
सुरेश ठकरेले "हीरा तनुज"
'अहसास' आज कहते हैं
'अहसास' आज कहते हैं
Meera Thakur
"कैंची"
Dr. Kishan tandon kranti
অরাজক সহিংসতা
অরাজক সহিংসতা
Otteri Selvakumar
*हनुमान वीर को याद करो, जो गदा साथ ले चलते थे (राधेश्यामी छं
*हनुमान वीर को याद करो, जो गदा साथ ले चलते थे (राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
Dard-e-Madhushala
Dard-e-Madhushala
Tushar Jagawat
ख़ियाबां मेरा सारा तुमने
ख़ियाबां मेरा सारा तुमने
Atul "Krishn"
तरक्की से तकलीफ
तरक्की से तकलीफ
शेखर सिंह
" खुशी में डूब जाते हैं "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
दौर ऐसा हैं
दौर ऐसा हैं
SHAMA PARVEEN
मैं उड़ना चाहती हूं
मैं उड़ना चाहती हूं
Shekhar Chandra Mitra
दिल से निभाती हैं ये सारी जिम्मेदारियां
दिल से निभाती हैं ये सारी जिम्मेदारियां
Ajad Mandori
जीवन की आपाधापी में देखता हूॅं ,
जीवन की आपाधापी में देखता हूॅं ,
Ajit Kumar "Karn"
Loading...