आया है फिर चुनाव भैया ……….
आया है फिर चुनाव भैया
भोग चढ़ाया जाएगा
राजनीति का दांव खेलकर
वोट बढ़ाया जाएगा
खातिर खुर्ची के जनता को
फिर से पटाया जाएगा
आरक्षण और जाति धर्म में
फिर भड़काया जाएगा
जरूरतों से भटकी जनता
पैसा खिलाया जाएगा
फिर एक झूठे गोषणापत्र से
हक दिलवाया जाएगा
साम दाम और दंड भेद का
सूत्र चलाया जाएगा
खुर्ची मिलतेहि जनता को
फिरसे भुलाया जाएगा
खुर्ची मिलतेहि जनता को
फिरसे भुलाया जाएगा
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शशिकांत शांडिले, नागपुर
भ्र.९९७५९९५४५०