Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Feb 2018 · 1 min read

कभी पत्थर भी पिघले

पिघले पूरे हैं नहीं, अभी शेष पाषाण ।
बैठे इस विश्वास में, तड़प उठें कब प्राण ।।
तड़प उठें कब प्राण, असर हो जाए शायद ।
फलीभूत मन तान, सफल हो जाय क़वायद ।।
कह दीपक कविराय, वेदना अब बह निकले ।
जगे मिलन की चाह, कभी पत्थर भी पिघले ।।

242 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कुछ यथार्थ कुछ कल्पना कुछ अरूप कुछ रूप।
कुछ यथार्थ कुछ कल्पना कुछ अरूप कुछ रूप।
Mahendra Narayan
"पहचान"
Dr. Kishan tandon kranti
चोट शब्द की न जब सही जाए
चोट शब्द की न जब सही जाए
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ग्रीष्म ऋतु भाग ३
ग्रीष्म ऋतु भाग ३
Vishnu Prasad 'panchotiya'
कोहरा
कोहरा
Ghanshyam Poddar
दोहे -लालची
दोहे -लालची
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
चर्चित हो जाऊँ
चर्चित हो जाऊँ
संजय कुमार संजू
सब्र रखो सच्च है क्या तुम जान जाओगे
सब्र रखो सच्च है क्या तुम जान जाओगे
VINOD CHAUHAN
Unki julfo ki ghata bhi  shadid takat rakhti h
Unki julfo ki ghata bhi shadid takat rakhti h
Sakshi Tripathi
🌷 *परम आदरणीय शलपनाथ यादव
🌷 *परम आदरणीय शलपनाथ यादव "प्रेम " जी के अवतरण दिवस पर विशेष
Dr.Khedu Bharti
शब्द वाणी
शब्द वाणी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
■ कटाक्ष
■ कटाक्ष
*Author प्रणय प्रभात*
गौभक्त और संकट से गुजरते गाय–बैल / MUSAFIR BAITHA
गौभक्त और संकट से गुजरते गाय–बैल / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
किसी के दिल में चाह तो ,
किसी के दिल में चाह तो ,
Manju sagar
जमाना इस कदर खफा  है हमसे,
जमाना इस कदर खफा है हमसे,
Yogendra Chaturwedi
*स्वप्न को साकार करे साहस वो विकराल हो*
*स्वप्न को साकार करे साहस वो विकराल हो*
पूर्वार्थ
💐प्रेम कौतुक-484💐
💐प्रेम कौतुक-484💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"जीवन की अंतिम यात्रा"
Pushpraj Anant
अपना भी एक घर होता,
अपना भी एक घर होता,
Shweta Soni
जिसकी बहन प्रियंका है, उसका बजता डंका है।
जिसकी बहन प्रियंका है, उसका बजता डंका है।
Sanjay ' शून्य'
ज़िन्दगी में सफल नहीं बल्कि महान बनिए सफल बिजनेसमैन भी है,अभ
ज़िन्दगी में सफल नहीं बल्कि महान बनिए सफल बिजनेसमैन भी है,अभ
Rj Anand Prajapati
चाय में इलायची सा है आपकी
चाय में इलायची सा है आपकी
शेखर सिंह
मन खामोश है
मन खामोश है
Surinder blackpen
*अफसर की बाधा दूर हो गई (लघु कथा)*
*अफसर की बाधा दूर हो गई (लघु कथा)*
Ravi Prakash
दोहा
दोहा
प्रीतम श्रावस्तवी
मेरा भूत
मेरा भूत
हिमांशु Kulshrestha
किसी की तारीफ़ करनी है तो..
किसी की तारीफ़ करनी है तो..
Brijpal Singh
जब कभी उनका ध्यान, मेरी दी हुई ring पर जाता होगा
जब कभी उनका ध्यान, मेरी दी हुई ring पर जाता होगा
The_dk_poetry
स्वास्थ्य का महत्त्व
स्वास्थ्य का महत्त्व
Paras Nath Jha
फूल
फूल
Punam Pande
Loading...