Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Feb 2023 · 1 min read

आपसी बैर मिटा रहे हैं क्या ?

आपसी बैर मिटा रहे हैं क्या ?
बीती बातें भुला रहे हैं क्या?
गाँठ बाँध कर क्या रखना है?
नई शुरुआत सिर्फ याद रखना है।

बुद्ध प्रकाश
मौदहा हमीरपुर

1 Like · 495 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Buddha Prakash
View all

You may also like these posts

अनुराधा पौडवाल तथा कविता पौडवाल द्वारा आदि शंकराचार्य द्वारा
अनुराधा पौडवाल तथा कविता पौडवाल द्वारा आदि शंकराचार्य द्वारा
Ravi Prakash
मैं तुमको जी भर प्यार करूँ,
मैं तुमको जी भर प्यार करूँ,
Shweta Soni
इंतज़ार
इंतज़ार
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
मां
मां
Slok maurya "umang"
दान
दान
Shashi Mahajan
रिश्ते
रिश्ते
Ashwini sharma
कर्मों से ही होती है पहचान इंसान की,
कर्मों से ही होती है पहचान इंसान की,
शेखर सिंह
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
//•••कुछ दिन और•••//
//•••कुछ दिन और•••//
Chunnu Lal Gupta
खुद से मुहब्बत
खुद से मुहब्बत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
राम आयेंगे
राम आयेंगे
Deepali Kalra
4601.*पूर्णिका*
4601.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जो द्वार का सांझ दिया तुमको,तुम उस द्वार को छोड़
जो द्वार का सांझ दिया तुमको,तुम उस द्वार को छोड़
पूर्वार्थ
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
रस्म उल्फत की यह एक गुनाह में हर बार करु।
रस्म उल्फत की यह एक गुनाह में हर बार करु।
Phool gufran
मेंहदी
मेंहदी
Sudhir srivastava
ज्वलंत संवेदनाओं से सींची धरातल, नवकोपलों को अस्वीकारती है।
ज्वलंत संवेदनाओं से सींची धरातल, नवकोपलों को अस्वीकारती है।
Manisha Manjari
प्रेम पीड़ा
प्रेम पीड़ा
Shivkumar barman
सहयोग आधारित संकलन
सहयोग आधारित संकलन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दिल की बाते दिल में न रह जाए -
दिल की बाते दिल में न रह जाए -
bharat gehlot
मन्दिर में है प्राण प्रतिष्ठा , न्यौता सबका आने को...
मन्दिर में है प्राण प्रतिष्ठा , न्यौता सबका आने को...
Shubham Pandey (S P)
Oh life ,do you take account!
Oh life ,do you take account!
Bidyadhar Mantry
सम्मान में किसी के झुकना अपमान नही होता
सम्मान में किसी के झुकना अपमान नही होता
Kumar lalit
मनमानी करते नेता
मनमानी करते नेता
Chitra Bisht
बेजुबान और कसाई
बेजुबान और कसाई
मनोज कर्ण
*सिवा तेरे  सुनो हम-दम हमारा भी नहीं*
*सिवा तेरे सुनो हम-दम हमारा भी नहीं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जन्म से मृत्यु तक भारत वर्ष मे संस्कारों का मेला है
जन्म से मृत्यु तक भारत वर्ष मे संस्कारों का मेला है
Satyaveer vaishnav
साहित्य मेरा मन है
साहित्य मेरा मन है
Harminder Kaur
तन्हा....
तन्हा....
sushil sarna
Loading...