Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Nov 2023 · 1 min read

“आदि नाम”

“आदि नाम”
आदि नाम सतनाम है
सत ही है जग सार,
सतनाम के जपन से
मानव उतरे पार।
सतनाम सम नाम नहीं
सब नामों में सार,
सत के कारण सन्त जन
उतरे भव से पार।

7 Likes · 6 Comments · 261 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

मजबूत इरादे मुश्किल चुनौतियों से भी जीत जाते हैं।।
मजबूत इरादे मुश्किल चुनौतियों से भी जीत जाते हैं।।
Lokesh Sharma
दिवाली फिर है आई
दिवाली फिर है आई
Paras Nath Jha
*बसंत आया*
*बसंत आया*
Kavita Chouhan
मुक्तामणि छंद [सम मात्रिक].
मुक्तामणि छंद [सम मात्रिक].
Subhash Singhai
ना रहीम मानता हूँ मैं, ना ही राम मानता हूँ
ना रहीम मानता हूँ मैं, ना ही राम मानता हूँ
VINOD CHAUHAN
बदलता मौसम
बदलता मौसम
Ghanshyam Poddar
"साम","दाम","दंड" व् “भेद" की व्यथा
Dr. Harvinder Singh Bakshi
कैसे हो हम शामिल, तुम्हारी महफ़िल में
कैसे हो हम शामिल, तुम्हारी महफ़िल में
gurudeenverma198
..
..
*प्रणय*
न दुख से परेशान होइए।
न दुख से परेशान होइए।
Rj Anand Prajapati
ग़ज़ल _ खुशनुमा बन कर रहेगी ज़िंदगी।
ग़ज़ल _ खुशनुमा बन कर रहेगी ज़िंदगी।
Neelofar Khan
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
विचार-प्रधान कुंडलियाँ
विचार-प्रधान कुंडलियाँ
Ravi Prakash
पा कर भी उदास थे, ख़ो कर भी उदास थे,
पा कर भी उदास थे, ख़ो कर भी उदास थे,
Iamalpu9492
- तुम्हारा ख्याल हरदम रहता है -
- तुम्हारा ख्याल हरदम रहता है -
bharat gehlot
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
भूल
भूल
Khajan Singh Nain
गुलें-ए-चमन
गुलें-ए-चमन
manjula chauhan
वो चुपचाप आए और एक बार फिर खेला कर गए !
वो चुपचाप आए और एक बार फिर खेला कर गए !
सुशील कुमार 'नवीन'
लड़कपन
लड़कपन
Dr.Archannaa Mishraa
जय श्री राम
जय श्री राम
Mahesh Jain 'Jyoti'
लालबाग मैदान
लालबाग मैदान
Dr. Kishan tandon kranti
************ कृष्ण -लीला ***********
************ कृष्ण -लीला ***********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
2850.*पूर्णिका*
2850.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
साथ दीन्हौ सगतीयां, हरदम भेळी आप।
साथ दीन्हौ सगतीयां, हरदम भेळी आप।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
फ़िरक़ापरस्ती!
फ़िरक़ापरस्ती!
Pradeep Shoree
स्मरण रहे
स्मरण रहे
Nitin Kulkarni
"हम सभी यहाँ दबाव में जी रहे हैं ll
पूर्वार्थ
जीवन (एक पथ)
जीवन (एक पथ)
Vivek saswat Shukla
आएगा संस्कार खुद, वहां दौड़ कर पास.
आएगा संस्कार खुद, वहां दौड़ कर पास.
RAMESH SHARMA
Loading...