Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Oct 2016 · 1 min read

आतंकी है चोला उसका…

कश्मीरी मानव था पहले दानव अब शैतानी है.
आतंकी है चोला उसका, जालिम हुई जवानी है.

मज़हब से जो पक्का नाता, पाकिस्तानपरस्त हुआ.
फिर हिन्दू को मार भगाया, मारकाट में व्यस्त हुआ
पाकिस्तान मिनी बन बैठा, लूटमार की खातिर है
इस्लामिक जेहादी बनकर बच्चा-बच्चा शातिर है

इस धरती पर स्वर्ग जहाँ था वहां आज वीरानी है
आतंकी है उसका चोला, जालिम हुई जवानी है..
कश्मीरी मानव था पहले ……………………….

पत्थरबाजी आदत उसकी उसमें पूरा माहिर है
सेना पर बम ग्रेनेड फेके, यह भी तो जगजाहिर है
अगर मरा तो हूर बहत्तर आका उसे दिलायेगें
सेवा में कितने ही लड़के मदिरा उसे पिलायेगें.

लालच में ऐसे वह देता गैरों की कुर्बानी है
आतंकी है चोला उसका , जालिम हुई जवानी है..

कश्मीरी मानव था पहले ……………………….

–इंजी० अम्बरीष श्रीवास्तव ‘अम्बर’

Language: Hindi
Tag: गीत
187 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल/नज़्म - फितरत-ए-इंसा...आज़ कोई सामान बिक गया नाम बन के
ग़ज़ल/नज़्म - फितरत-ए-इंसा...आज़ कोई सामान बिक गया नाम बन के
अनिल कुमार
पीड़ित करती न तलवार की धार उतनी जितनी शब्द की कटुता कर जाती
पीड़ित करती न तलवार की धार उतनी जितनी शब्द की कटुता कर जाती
Sukoon
अम्न का पाठ वो पढ़ाते हैं
अम्न का पाठ वो पढ़ाते हैं
अरशद रसूल बदायूंनी
सर्दी का उल्लास
सर्दी का उल्लास
Harish Chandra Pande
गांव का दृश्य
गांव का दृश्य
Mukesh Kumar Sonkar
Man has only one other option in their life....
Man has only one other option in their life....
सिद्धार्थ गोरखपुरी
बेशर्मी के कहकहे,
बेशर्मी के कहकहे,
sushil sarna
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
गर्मी आई
गर्मी आई
Manu Vashistha
भीगे-भीगे मौसम में.....!!
भीगे-भीगे मौसम में.....!!
Kanchan Khanna
आक्रोश - कहानी
आक्रोश - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
वक्त गर साथ देता
वक्त गर साथ देता
VINOD CHAUHAN
* प्रभु राम के *
* प्रभु राम के *
surenderpal vaidya
तेवरी को विवादास्पद बनाने की मुहिम +रमेशराज
तेवरी को विवादास्पद बनाने की मुहिम +रमेशराज
कवि रमेशराज
कृष्ण कन्हैया
कृष्ण कन्हैया
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
जिंदगी
जिंदगी
Neeraj Agarwal
कमियाबी क्या है
कमियाबी क्या है
पूर्वार्थ
"ये कैसा जमाना"
Dr. Kishan tandon kranti
बॉस की पत्नी की पुस्तक की समीक्षा (हास्य व्यंग्य)
बॉस की पत्नी की पुस्तक की समीक्षा (हास्य व्यंग्य)
Ravi Prakash
कामनाओं का चक्र व्यूह
कामनाओं का चक्र व्यूह
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मौत ने पूछा जिंदगी से,
मौत ने पूछा जिंदगी से,
Umender kumar
■ सवा सत्यानाश...
■ सवा सत्यानाश...
*Author प्रणय प्रभात*
पकड़ मजबूत रखना हौसलों की तुम
पकड़ मजबूत रखना हौसलों की तुम "नवल" हरदम ।
शेखर सिंह
बीरबल जैसा तेज तर्रार चालाक और समझदार लोग आज भी होंगे इस दुन
बीरबल जैसा तेज तर्रार चालाक और समझदार लोग आज भी होंगे इस दुन
Dr. Man Mohan Krishna
कितनी सलाखें,
कितनी सलाखें,
Surinder blackpen
सफर पर निकले थे जो मंजिल से भटक गए
सफर पर निकले थे जो मंजिल से भटक गए
डी. के. निवातिया
122 122 122 12
122 122 122 12
SZUBAIR KHAN KHAN
गुरु श्रेष्ठ
गुरु श्रेष्ठ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*शहर की जिंदगी*
*शहर की जिंदगी*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मां की अभिलाषा
मां की अभिलाषा
RAKESH RAKESH
Loading...