आज रावण जलाया जाएगा
दशहरा है आज, आज रावण जलाया जाएगा।
राम को अच्छा और रावण को बुरा बताया जाएगा।
राम राम और राम का नाम ही होगा हर तरफ ,
राम की आड़ में अपने अंदर के रावण को छुपाया जाएगा।
दशहरा है आज, आज रावण जलाया जाएगा।
मर्यादित होकर राम बनना चाहता कौन है।
राम जैसे बनो प्यारे , ये कहता कौन है।
ये देख के अंदर का रावण, रह रह के मुस्कराएगा।
दशहरा है आज, आज रावण जलाया जाएगा।
राम निःसंदेह अच्छे थे ,पर अच्छाई का अनुसरण कहाँ है।
रावण को जलाया पर ,अंदर के रावण का मरण कहाँ है।
रावण को रावण अनगिनत सदियों तक बताया जाएगा।
दशहरा है आज, आज रावण जलाया जाएगा।
कितने लोगों ने प्रयास किया, कि वे भी कभी राम बने।
यदि थोड़ा सा कोई राम बने तो दुनिया का सारा काम बने।
कोई बताए की अंदर के रावण को कब जलाया जाएगा।
दशहरा है आज, आज रावण जलाया जाएगा।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी