Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Apr 2024 · 1 min read

“आज का दौर”

“आज का दौर”
उसे अपने झूठ पर गरूर था
दफ्न हो गया मेरा सच जो बेकसूर था।

3 Likes · 3 Comments · 77 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
वसंत पंचमी
वसंत पंचमी
Dr. Vaishali Verma
सर्दी में जलती हुई आग लगती हो
सर्दी में जलती हुई आग लगती हो
Jitendra Chhonkar
जो तुम्हारी ख़ामोशी से तुम्हारी तकलीफ का अंदाजा न कर सके उसक
जो तुम्हारी ख़ामोशी से तुम्हारी तकलीफ का अंदाजा न कर सके उसक
इशरत हिदायत ख़ान
आगाह
आगाह
Shyam Sundar Subramanian
धुंध छाई उजाला अमर चाहिए।
धुंध छाई उजाला अमर चाहिए।
Rajesh Tiwari
सीमायें
सीमायें
Shashi Mahajan
आजादी
आजादी
नूरफातिमा खातून नूरी
गाल बजाना ठीक नही है
गाल बजाना ठीक नही है
Vijay kumar Pandey
रिस्क लेने से क्या डरना साहब
रिस्क लेने से क्या डरना साहब
Ranjeet kumar patre
3651.💐 *पूर्णिका* 💐
3651.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कौन कमबख्त नौकरी के लिए आता है,
कौन कमबख्त नौकरी के लिए आता है,
Sanjay ' शून्य'
प्रेम हमारा लक्ष्य होना चाहिए।
प्रेम हमारा लक्ष्य होना चाहिए।
Ravikesh Jha
संन्यास के दो पक्ष हैं
संन्यास के दो पक्ष हैं
हिमांशु Kulshrestha
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
सरल भाषा में ग़ज़लें लिखना सीखे- राना लिधौरी
सरल भाषा में ग़ज़लें लिखना सीखे- राना लिधौरी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मन
मन
मनोज कर्ण
आसान नहीं हैं बुद्ध की राहें
आसान नहीं हैं बुद्ध की राहें
rkchaudhary2012
2122 1212 22/112
2122 1212 22/112
SZUBAIR KHAN KHAN
"मोल"
Dr. Kishan tandon kranti
"" मामेकं शरणं व्रज ""
सुनीलानंद महंत
अद्वितीय प्रकृति
अद्वितीय प्रकृति
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
* खिल उठती चंपा *
* खिल उठती चंपा *
surenderpal vaidya
सर्द हवाओं का मौसम
सर्द हवाओं का मौसम
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
वक़्त के साथ
वक़्त के साथ
Dr fauzia Naseem shad
#त्वरित_टिप्पणी
#त्वरित_टिप्पणी
*प्रणय*
वफा से होकर बेवफा
वफा से होकर बेवफा
gurudeenverma198
ऋतु गर्मी की आ गई,
ऋतु गर्मी की आ गई,
Vedha Singh
मै ना सुनूंगी
मै ना सुनूंगी
भरत कुमार सोलंकी
रिश्तों की सच्चाई
रिश्तों की सच्चाई"
पूर्वार्थ
Loading...