Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jan 2024 · 1 min read

आगाज़-ए-नववर्ष

नववर्ष की नई किरण, लेकर आई नई उमंग
नववर्ष की नई चेतना, लेकर आई नई कल्पना
नववर्ष की नई सुबह, लेकर आई नया उदय
नववर्ष की नई खुशियां, लेकर आई नई आशाएं
नववर्ष की नई उम्मीदें, लेकर आई नई ख्वाहिशें
नववर्ष की नई शुरुआत, लेकर आई नई उत्सुकता
नववर्ष की नई कामना, लेकर आई नई सौगात
नववर्ष की नई ऊर्जा, लेकर आई नए तरंग
नववर्ष की नई किरण, लेकर आई नए संकल्प।

– सुमन मीना (अदिति)

Language: Hindi
1 Like · 142 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शीर्षक - कुदरत के रंग...... एक सच
शीर्षक - कुदरत के रंग...... एक सच
Neeraj Agarwal
जरूरी और जरूरत
जरूरी और जरूरत
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
👍👍👍
👍👍👍
*प्रणय*
3479🌷 *पूर्णिका* 🌷
3479🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
*उधो मन न भये दस बीस*
*उधो मन न भये दस बीस*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
भूखा कैसे रहेगा कोई ।
भूखा कैसे रहेगा कोई ।
Rj Anand Prajapati
स्त्री यानी
स्त्री यानी
पूर्वार्थ
दिल किसी से
दिल किसी से
Dr fauzia Naseem shad
श्वेत पद्मासीना माँ शारदे
श्वेत पद्मासीना माँ शारदे
Saraswati Bajpai
एक तरफ़ा मोहब्बत
एक तरफ़ा मोहब्बत
Madhuyanka Raj
हर किसी का एक मुकाम होता है,
हर किसी का एक मुकाम होता है,
Buddha Prakash
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गायें
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गायें
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बसंत
बसंत
Bodhisatva kastooriya
"परमार्थ"
Dr. Kishan tandon kranti
उम्र का एक
उम्र का एक
Santosh Shrivastava
कविता- घर घर आएंगे राम
कविता- घर घर आएंगे राम
Anand Sharma
*शिव विद्यमान तुम कण-कण में, प्रत्येक स्वरूप तुम्हारा है (रा
*शिव विद्यमान तुम कण-कण में, प्रत्येक स्वरूप तुम्हारा है (रा
Ravi Prakash
एक अजीब सी आग लगी है जिंदगी में,
एक अजीब सी आग लगी है जिंदगी में,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
कुछ फूल तो कुछ शूल पाते हैँ
कुछ फूल तो कुछ शूल पाते हैँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जो रोज समय पर उगता है
जो रोज समय पर उगता है
Shweta Soni
खूब  उलझता हूँ रिश्तों के जालों में।
खूब उलझता हूँ रिश्तों के जालों में।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
King of the 90s - Television
King of the 90s - Television
Bindesh kumar jha
जब तेरी याद बहुत आती है,
जब तेरी याद बहुत आती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आज नहीं तो कल निकलेगा..!
आज नहीं तो कल निकलेगा..!
पंकज परिंदा
Preschool Franchise India
Preschool Franchise India
Londonkids
காதல் என்பது
காதல் என்பது
Otteri Selvakumar
बस यूँ ही
बस यूँ ही
Neelam Sharma
बुंदेली दोहा - सुड़ी
बुंदेली दोहा - सुड़ी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
समस्त देशवाशियो को बाबा गुरु घासीदास जी की जन्म जयंती की हार
समस्त देशवाशियो को बाबा गुरु घासीदास जी की जन्म जयंती की हार
Ranjeet kumar patre
रामायण में हनुमान जी को संजीवनी बुटी लाते देख
रामायण में हनुमान जी को संजीवनी बुटी लाते देख
शेखर सिंह
Loading...