Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jul 2021 · 1 min read

— आखिर कब तक ? —

जब तक रहेगी सांस
लड़ेगा हर वीर भारत माँ के लिए
कसम खा कर जो गया था
तिरंगे की शान के लिए !!

जब तक जागेगा सीमा पर
बाल भी बांका न होगा
पर घर के अंदर के दुश्मन
का पता नही क्या होगा ?

सेना में जाते ही बंध जाता
है , सब के सर पर कफ़न
सारी मोह ममता उस की
हो जाती है बस दफ़न !!

न झुकता है सर कभी
दुशमन की सीमा में भी जा के
बस जब लौटता है तिरंगे में
सर पर भारत माँ की माटी लगा के !!

जब तक जिन्दा रहेगा फौजी
हर दुशमन की सीमा इन से थर्राएगी
धरती माता की गोद में आकर
हर लाल की जिन्दगी अमर हो जाएगी !!

तकलीफ बस इस बात की है
आखिर कब तक शहादत गिनी जायेगी
कब तक नारे बाजी लगेगी
और मोमबती से दुःख की रात काटी जायेगी !!

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
3 Likes · 1 Comment · 222 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
सफलता
सफलता
Raju Gajbhiye
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अधूरी प्रीत से....
अधूरी प्रीत से....
sushil sarna
आप करते तो नखरे बहुत हैं
आप करते तो नखरे बहुत हैं
Dr Archana Gupta
"सब्र"
Dr. Kishan tandon kranti
एक तो धर्म की ओढनी
एक तो धर्म की ओढनी
Mahender Singh
माफी
माफी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हम न रोएंगे अब किसी के लिए।
हम न रोएंगे अब किसी के लिए।
सत्य कुमार प्रेमी
जुदा होते हैं लोग ऐसे भी
जुदा होते हैं लोग ऐसे भी
Dr fauzia Naseem shad
सुबह को सुबह
सुबह को सुबह
rajeev ranjan
अमीर
अमीर
Punam Pande
माँ
माँ
shambhavi Mishra
अभिव्यक्ति के समुद्र में, मौत का सफर चल रहा है
अभिव्यक्ति के समुद्र में, मौत का सफर चल रहा है
प्रेमदास वसु सुरेखा
व्याकरण पढ़े,
व्याकरण पढ़े,
Dr. Vaishali Verma
*रोग से ज्यादा दवा, अब कर रही नुकसान है (हिंदी गजल)*
*रोग से ज्यादा दवा, अब कर रही नुकसान है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
बस अणु भर मैं
बस अणु भर मैं
Atul "Krishn"
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
Shaily
24-खुद के लहू से सींच के पैदा करूँ अनाज
24-खुद के लहू से सींच के पैदा करूँ अनाज
Ajay Kumar Vimal
रमेशराज की पत्नी विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की पत्नी विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
दिल का रोग
दिल का रोग
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
23/56.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/56.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कब बोला था / मुसाफ़िर बैठा
कब बोला था / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
■ और एक दिन ■
■ और एक दिन ■
*Author प्रणय प्रभात*
प्यार किया हो जिसने, पाने की चाह वह नहीं रखते।
प्यार किया हो जिसने, पाने की चाह वह नहीं रखते।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
*
*"मां चंद्रघंटा"*
Shashi kala vyas
माँ मुझे विश्राम दे
माँ मुझे विश्राम दे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
जिंदगी में इतना खुश रहो कि,
जिंदगी में इतना खुश रहो कि,
Ranjeet kumar patre
हिंदी दिवस की बधाई
हिंदी दिवस की बधाई
Rajni kapoor
विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 2023
विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 2023
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
गए थे दिल हल्का करने,
गए थे दिल हल्का करने,
ओसमणी साहू 'ओश'
Loading...