आओ हम सब मिल कर गाएँ ,
आओ हम सब मिल कर गाएँ ,
भारत माँ के गान,
स्वर्ण मुकुट मस्तक पर भाता,
चरणों में सागर लहराता,
मलय पवन इसको महकाता,
सबसे प्यारा जग का तारा,
भारत देश महान,
आओ हम सब मिल कर गाएँ, भारत माँ के गान।
हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई
कहलाते जहाँ भाई-भाई, बस्ती जिसमें सबकी जान, वो है मेरा प्यारा भारत देश महान,
आओ हम सब मिल कर गएँ,
भारत माँ के गान।।
“लोहित टम्टा”