*”आओ भवानी माँ”*
“आओ भवानी माँ ”
माँ दुर्गा भवानी माँ,
मेरे घर आँगन आओ मैया।
तेरे चरणों के हम है पुजारी
सुन लो पुकार अब तो आ जाओ मैया।
सोलह श्रृंगार कर तुम्हें सजाऊंगी ,
गले मोतियों फूलों का हार पहनाऊँगी।
हाथों में कंगना पाँव पैजनिया ,
कर खप्पर त्रिशूल सोहे ,
सिंह पे सवार होके ,
आ जाओ शेरावाली मैया।
तेरी दया के हम भिखारी ,झोली भर दो हमारी खाली।
दरस दिखा दो ,अपना बना लो,
अपनी चरणों में हमको जगह दो,
नवरात्रि में अंखड दीप प्रज्वलित,
तमस अंधियारी रात मिटा दो।
शरण तिहारे आये है भक्त बन ,
सोये भाग्य जगा दो मैया ,
सुबह शाम मैया तेरे गुण गावे ,
मंझधार में नैया तुम्हीं हो खिवैया।
संकट कष्टों से घिरे हुए हैं अब तो आ जाओ मैया।
अंधियारा दूर कर उजियाला फैला दो मैया।
जय माता दी ????
शशिकला व्यास