आओ बच्चो तुम्हे बताय,हिस्ट्री इस्लामाबाद की –आर के रस्तोगी
आओ बच्चो तुम्हे बताये,हिस्ट्री इस्लामाबाद की |
जिस धरती में पैदा होता,केवल आंतकवाद ही ||
भुट्टो को भी यहाँ इसने,फाँसी पर लटकाया था |
भुट्टो के बेटी बेनजीर को इसने ही मरवाया था ||
सत्ता में आते ही,उसका तख्ता पलट दिया जाता है |
फौजी उसका अपने आप ही मालिक बन जाता हे ||
ये छोटी सी एग्जाम्पिल दी,केवल इस्लामाबाद की |
जिस धरती में पैदा होता,केवल आंतकवाद ही ||
कारगिल का युद्ध देखो,जहाँ चली थी गोलियाँ |
मरने वाले बोल रहे थे,केवल पाक की बोलियाँ ||
ऊपर तोपे लगी थी,नीचे थी हिन्द की टोलियाँ |
नीचे से ही जबाब दे रही थी,हिन्द की गोलियाँ
यहाँ लगा दी थी जान,भारत के वीर जवानो ने |
झंडा फहराया था,कारगिल पर हिन्द के जवानो ने ||
तब भी पाक बोल रहा था,जय इस्लामाबाद की |
पाक की धरती से पैदा होते केवल आंतकवाद ही ||
अमेरिका ने देखो पाक को खूब धूल चटाई थी |
खूंखार लादेन को उसके घर में मार लगाई थी ||
बच सका न वो काफिर,जिसे पाक ने छिपा रक्खा था |
घर में घुस कर उसे मारा,जो सेना ने छिपा रक्खा था ||
देखो ये करतूते तुम,इस पागल इस्लामाबाद की |
पाक की धरती में पैदा होते,केवल आंतकवाद ही ||
उगता नहीं वहाँ कुछ,केवल आंतकवाद उगता है |
हाथ में कटोरा लेकर, वह भीख माँगा करता है ||
मिलता नहीं उसको,केवल नाक रगड़ता रहता है |
गीदड़ भपकी देकर,केवल जंग ए एलान करता है ||
देखो तुम ग़ुरबत पाक की राजधानी इस्लामाबाद की |
पाक की धरती में पैदा होते केवल आंतकवाद ही ||
आर के रस्तोगी
गुरुग्राम (हरियाणा)