आंदोलन है या अराजकता
किसान आंदोलन है या मोदी विरोध?
शीघ्र ही इसको करें निरोध ।।
आंदोलन या अराजकता है???
क्या यही प्रजातंत्र की सफलता है?
कोई कुछ भी कह रहा है?
कोई कुछ भी कर रहा है?
लाठी-डंडे पत्थर चला रहा है।।।
क्या यही शांतिपूर्ण आंदोलन चल रहा है???
क्या यही आंदोलनों की रूपरेखा है?
क्या ऐसा शांति पूर्ण आंदोलन आपने देखा है?
किसान आंदोलन में घुस गए हैं पाकिस्तानी!!!
और घुसे हैं खालिस्तानी!!!
घुस गए हैं अराजक तत्व घुस गए कुत्ते बिल्ली।
आंदोलन हाईजैक हो गया जिसने दहला दी दिल्ली!!
एक तरफ गणतंत्र का उत्सव एक तरफ हंगामा।
प्रजातंत्र के नाम से करता है कौन यह ड्रामा???
क्या देश में विरोध के नाम पर?
इतनी छूट दी जानी चाहिए???
हमारी अस्मिता लाल किले पर, पाकिस्तानी या खालिस्तानी झंडा लगना चाहिए???
या इनको पकड़ कर जेलों में डाला जाना चाहिए???
सरकार को सोचना चाहिए???
किसी को भी इस तरह के अराजक आंदोलनों की, इजाजत देनी चाहिए???
क्या आंदोलनों के नाम पर मर्यादाएं तार तार होना चाहिए???
कानूनों को ताक पर रख देना चाहिए???
क्या 99 पॉइंट 9 परसेंट कानून मानने वाले !!!
देश के सभ्य नागरिकों को,
मूक बधिर हो यह हंगामे देखने चाहिए ???
या ऐसे आंदोलनों राजनीति पर विरोध जताना चाहिए???
सुरेश कुमार चतुर्वेदी