आंतकी को सबक
जंगल मंगल में बसा वीर हनुमान ,
मेरा प्यारा जगमगाता हिन्दुस्थान।
धूल चटाना था आतंकिय्यो को
विजय पथ पर बड़ा फ्रॉग विमान
छप्पन इंची का क्या होता है सीना
अब तो समझ गया वो कमीना।
अब हो गए तेरे आंतकी दो सौ ढेर
समझा जा पाक क्या होती खेर ।
आतंकी करना तेरी केसी बदौलत है
कश्मीर क्या तेरी बाप की दौलत है ।
अब भी वक्त है भारती के चरणों मे आजा ,,
वन्देमात्रम बोल, भारत हिन्दुस्थान राजा ।
शहीद हुए वो वीर है भारत की संतान ,,
मेरा प्यारा जगमगाता हिन्दुस्थान ।
✍????प्रवीण शर्मा ताल स्वरचित मौलिक रचना