आँखे हमारी पढ़ ले…
एक ख्वाईश है हमारी ,
वो बिन बोले सुन ले ,
ओठ चुप ही रहे ,
आँखे हमारी पढ़ ले …
हाथों को लिये हाथों में ,
बस थोडा सा दबा ले,
समझ जायेंगे वो समझे ,
एहसास प्यार का जता ले…
बेकरारी देख हमारी,
हलके से माथे को चूम ले,
मै हूँ साथ तुम्हारे लिये,
बस यही कहने बाहों में ले …
प्यार के तरीके बहुत हैं,
कहीं ठोकर लगी आह निकले,
यूं ना अरमानों को पढ,
इन्सान को इन्सान की तरह ले…
होले से मै मुस्कुराई,
चल द्वार भगवान के चले,
वो भी तो इंसा नहीं है,
अगर ना समझे तो होठों से बोले…