Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Apr 2018 · 1 min read

आँखें

दोहें
****
पथ को तुम कोसो नहीं, आँखे कर के लाल।
दायें बायें देख कर , चल तू अपनी चाल।
???
आँखे झूठ न बोलती , जो देखे वह मान।
करो भरोसा आप पर, खुली रखो तुम कान।।
???
आँखो की भाषा समझ, अपनो को पहचान।
अपने ही देंगे तुझे , खुद से बढकर मान।।
………✍?✍?
पं. संजीव शुक्ल “सचिन”
?? मुसहरवा (मंशानगर)
पश्चिमी चम्पारण
बिहार –८४५४५५

Language: Hindi
505 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all
You may also like:
कैसे भूले हिंदुस्तान ?
कैसे भूले हिंदुस्तान ?
Mukta Rashmi
बाल कविता: मोर
बाल कविता: मोर
Rajesh Kumar Arjun
याद है पास बिठा के कुछ बाते बताई थी तुम्हे
याद है पास बिठा के कुछ बाते बताई थी तुम्हे
Kumar lalit
*पति-पत्नी दो श्वास हैं, किंतु एक आभास (कुंडलिया)*
*पति-पत्नी दो श्वास हैं, किंतु एक आभास (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हिन्दी की दशा
हिन्दी की दशा
श्याम लाल धानिया
नाम इंसानियत का
नाम इंसानियत का
Dr fauzia Naseem shad
अगर जाना था उसको
अगर जाना था उसको
कवि दीपक बवेजा
जब भी आप निराशा के दौर से गुजर रहे हों, तब आप किसी गमगीन के
जब भी आप निराशा के दौर से गुजर रहे हों, तब आप किसी गमगीन के
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
और क्या ज़िंदगी का हासिल है
और क्या ज़िंदगी का हासिल है
Shweta Soni
सजल...छंद शैलजा
सजल...छंद शैलजा
डॉ.सीमा अग्रवाल
है कौन वो राजकुमार!
है कौन वो राजकुमार!
Shilpi Singh
कवि मोशाय।
कवि मोशाय।
Neelam Sharma
.
.
शेखर सिंह
चोर
चोर
Shyam Sundar Subramanian
عيشُ عشرت کے مکاں
عيشُ عشرت کے مکاں
अरशद रसूल बदायूंनी
मौसम
मौसम
surenderpal vaidya
*पशु- पक्षियों की आवाजें*
*पशु- पक्षियों की आवाजें*
Dushyant Kumar
"बचपन याद आ रहा"
Sandeep Kumar
साड़ी हर नारी की शोभा
साड़ी हर नारी की शोभा
ओनिका सेतिया 'अनु '
यदि  हम विवेक , धैर्य और साहस का साथ न छोडे़ं तो किसी भी विप
यदि हम विवेक , धैर्य और साहस का साथ न छोडे़ं तो किसी भी विप
Raju Gajbhiye
अकेलापन
अकेलापन
भरत कुमार सोलंकी
कोरोना चालीसा
कोरोना चालीसा
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
हम कितने चैतन्य
हम कितने चैतन्य
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
इक नेता दूल्हे का फूफा,
इक नेता दूल्हे का फूफा,
*Author प्रणय प्रभात*
Converse with the powers
Converse with the powers
Dhriti Mishra
23/99.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/99.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जीवन चलती साइकिल, बने तभी बैलेंस
जीवन चलती साइकिल, बने तभी बैलेंस
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
हार नहीं मानेंगे, यूं अबाद रहेंगे,
हार नहीं मानेंगे, यूं अबाद रहेंगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
(11) मैं प्रपात महा जल का !
(11) मैं प्रपात महा जल का !
Kishore Nigam
छोटी छोटी खुशियों से भी जीवन में सुख का अक्षय संचार होता है।
छोटी छोटी खुशियों से भी जीवन में सुख का अक्षय संचार होता है।
Dr MusafiR BaithA
Loading...