“अहसास मरता नहीं”
“अहसास मरता नहीं”
अहसास मरता नहीं कभी
पहचान लेता है वह
चिकनी और खुरदुरी
हर प्रकार के स्पर्श को,
प्रेम के संदर्श को
नफरत और दर्प को।
“अहसास मरता नहीं”
अहसास मरता नहीं कभी
पहचान लेता है वह
चिकनी और खुरदुरी
हर प्रकार के स्पर्श को,
प्रेम के संदर्श को
नफरत और दर्प को।