“अहसासों का समीकरण”
“अहसासों का समीकरण”
खाली नहीं जाती दुआएँ
करके देख किसी का भला,
कर्म पर तू रख भरोसा
फिर बताना कि क्या मिला?
दर्द के अहसासों का समीकरण
कोई कैसे हल कर पाएगा,
इंसान के आँसुओं का मोल
क्या कोई लिख पाएगा?
“अहसासों का समीकरण”
खाली नहीं जाती दुआएँ
करके देख किसी का भला,
कर्म पर तू रख भरोसा
फिर बताना कि क्या मिला?
दर्द के अहसासों का समीकरण
कोई कैसे हल कर पाएगा,
इंसान के आँसुओं का मोल
क्या कोई लिख पाएगा?