असल
दुनिया मरती है खूबसूरती पर यारों,
असल खूबसूरती तो बहार में रहती है।
लगा लो चाहे कितने भी महंगे इत्र,
असल खुशबू तो किरदार में रहती है।
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
साहित्य और लेखन के लिए
लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्राप्त।
दुनिया मरती है खूबसूरती पर यारों,
असल खूबसूरती तो बहार में रहती है।
लगा लो चाहे कितने भी महंगे इत्र,
असल खुशबू तो किरदार में रहती है।
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
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लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्राप्त।