Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Nov 2023 · 1 min read

*असर*

डॉ अरुण कुमार शास्त्री

* असर *

मोहिनी ऐसी बिखेरी आपने ।
सुध बुध मेरी बिसारी आपने ।
दूर तक अब नज़र धुँधलाई है ।
चाँद छुपा बदली में वो घड़ी आई है ।
दर्द मेरा थम गया धड़कन रुकी ।
नयन उलझे आपसे जिस वक्त से ।
काम का न काज का मैं अब रहा ।
आठों पहर अब याद में खोया रहा ।
झलक फिर भी नहीं दिखलाई है ।
या खुदा ये तो ज्यादती फरमाई है ।
कह के जाते और जाना भी चाहिए ।
कि अब किसी और से आशनाई है ।
खुदा ने मौहब्बत पर जब अपनी सलाह दी ।
इंतजार की नुकती तभी उस में घुसा दी ।
आशिक हो या फिर कोई माशूक हो ।
सबके तड़पने की यही एक वज़ह थी ।
झेल पाया न कोई आज तक इस दंश को ।
आँख में आँसू दिल में पीड़ा नज़र घड़ी पर ।
दिखे इस हालत में अरुण कोई इन्सान ।
सताया है मौहब्बत ने उसको भी ए साहेबान ।

1 Like · 177 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR ARUN KUMAR SHASTRI
View all
You may also like:
రామయ్య రామయ్య
రామయ్య రామయ్య
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
क्या हो, अगर कोई साथी न हो?
क्या हो, अगर कोई साथी न हो?
Vansh Agarwal
सर्द आसमां में दिखती हैं, अधूरे चाँद की अंगड़ाईयाँ
सर्द आसमां में दिखती हैं, अधूरे चाँद की अंगड़ाईयाँ
Manisha Manjari
मैंने उनको थोड़ी सी खुशी क्या दी...
मैंने उनको थोड़ी सी खुशी क्या दी...
ruby kumari
युवा शक्ति
युवा शक्ति
संजय कुमार संजू
ढूंढ़ तो लेते अपने रिश्तों को हम,
ढूंढ़ तो लेते अपने रिश्तों को हम,
पूर्वार्थ
बच्चे
बच्चे
Shivkumar Bilagrami
मन राम हो जाना ( 2 of 25 )
मन राम हो जाना ( 2 of 25 )
Kshma Urmila
वक्त लगता है
वक्त लगता है
Vandna Thakur
किसी अनजाने पथ पर भय जरूर होता है,
किसी अनजाने पथ पर भय जरूर होता है,
Ajit Kumar "Karn"
"पेरियार ललई सिंह यादव"
Dr. Kishan tandon kranti
हौंसले को समेट कर मेघ बन
हौंसले को समेट कर मेघ बन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
प्रेरणादायक बाल कविता: माँ मुझको किताब मंगा दो।
प्रेरणादायक बाल कविता: माँ मुझको किताब मंगा दो।
Rajesh Kumar Arjun
Bad in good
Bad in good
Bidyadhar Mantry
मेरे हमनवा ,मेरे रहनुमा ,मुझे रोशनी की मशाल दे ,,
मेरे हमनवा ,मेरे रहनुमा ,मुझे रोशनी की मशाल दे ,,
Neelofar Khan
मायूस ज़िंदगी
मायूस ज़िंदगी
Ram Babu Mandal
2772. *पूर्णिका*
2772. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नजरों से गिर जाते है,
नजरों से गिर जाते है,
Yogendra Chaturwedi
ज़रा मुस्क़ुरा दो
ज़रा मुस्क़ुरा दो
आर.एस. 'प्रीतम'
कैसे ज़मीं की बात करें
कैसे ज़मीं की बात करें
अरशद रसूल बदायूंनी
नफरतों के जहां में मोहब्बत के फूल उगाकर तो देखो
नफरतों के जहां में मोहब्बत के फूल उगाकर तो देखो
VINOD CHAUHAN
*अगर तुम फरवरी में जो चले आते तो अच्छा था (मुक्तक)*
*अगर तुम फरवरी में जो चले आते तो अच्छा था (मुक्तक)*
Ravi Prakash
पावन मन्दिर देश का,
पावन मन्दिर देश का,
sushil sarna
#वाक़ई-
#वाक़ई-
*प्रणय*
यादों की सुनवाई होगी
यादों की सुनवाई होगी
Shweta Soni
कौन सा रास्ता अपनाओगे,
कौन सा रास्ता अपनाओगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
💐तेरे मेरे सन्देश-3💐
💐तेरे मेरे सन्देश-3💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
माना सांसों के लिए,
माना सांसों के लिए,
शेखर सिंह
खोते जा रहे हैं ।
खोते जा रहे हैं ।
Dr.sima
महान लोग साधारण लोग होते हैं ।
महान लोग साधारण लोग होते हैं ।
P S Dhami
Loading...